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न्यूजपेपर पढ़ने के फायदे: जानिए संस्कृति IAS Coaching के एक्जक्यूटिव डायरेक्टर श्री ए. के. अरुण सर से

UPSC सिविल सेवा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों को यह सलाह और सुझाव मिलता रहता है कि दैनिक न्यूज़पेपर पढ़ें। आज के लेख का विषय है कि अभ्यर्थियों के लिए न्यूज़पेपर का क्या महत्व है। आज हमारे साथ हैं संस्कृति IAS Coaching के एक्जक्यूटिव डायरेक्ट श्री ए. के. अरुण सर। हमारी टीम जब सर से UPSC सिविल सेवा परीक्षा की रणनीति पर चर्चा कर रही थी तब सर ने न्यूज़पेपर के महत्त्व पर जोर देते हुए न्यूज़पेपर के महत्त्व को स्पष्ट किया।

जानकारी के लिए आपको बता दूँ कि ए. के. अरुण सर अर्थव्यवस्था पढ़ाते हैं। UPSC की तैयारी के क्षेत्र में सर का पूरे भारत में कोई विकल्प नहीं है। इस विषय की जटिलता को सरलता से समझा देने के कौशल के कारण सर छात्रों के बीच सर्वाधिक लोकप्रिय हैं। ए. के. अरुण सर वर्तमान में संस्कृति IAS कोचिंग में पढ़ा रहे हैं, जो UPSC की तैयारी कराने वाली देश की सर्वश्रेष्ठ संस्था है। चूँकि सर्वाधिक चयन इसी संस्था से होते हैं।  

सर से प्रश्न था कि आपने न्यूज़पेपर की बात कही क्या आप जानकारी दे सकते हैं कि यह अभ्यर्थियों के लिए कितना महत्वपूर्ण है?

सर ने कहा कि तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए न्यूज़पेपर सबसे बड़ा मित्र होना चाहिए, जिससे सुबह मिलने की उत्सुकता हो। क्योंकि ये हमें सुबह उठते ही उन सभी घटनाओं से  रूबरू करा देता है, जो घटित हो रही हैं और उन विचारों से अवगत करा देता है, जिन्हें जन्म दिया जा रहा है। आपको बता दें कि UPSC ऐसे ही अभ्यर्थी को चयनित करना चाहता है, जो जागरूक हो। इस दृष्टि से न्यूज़पेपर अभ्यर्थी के लिए सहायक साबित होता है।

सर से अगला प्रश्न था कि UPSC सिविल सेवा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी के लिए न्यूज़पेपर किस प्रकार सहायक है?

UPSC सिविल सेवा परीक्षा में पूछे जा रहे प्रश्नों का झुकाव समसामयिक ज्यादा है यदि अभ्यर्थी स्वयं को अपडेट रखते हैं तो प्रश्नों के हल होने की संभावना बढ़ जाती है। न्यूज़पेपर अभ्यर्थी के कई मांगों को पूरा कर देते हैं, जिसके कुछ बिन्दु सर ने साझा किए-

  • तैयारी के लिए पढ़ना बहुत पड़ता है ये हमारी रीडिंग स्किल को बढ़ाता है
  • यह हमारी बैठने की आदत को भी बढ़ाता है
  • न्यूज़पेपर में औपचारिक भाषा का प्रयोग होता है, जिससे भाषा में पकड़ मजबूत हो जाती है।
  • परम्परागत ज्ञान को अपडेट करने में मदद मिलती है; आदि।

सर से अंतिम प्रश्न था कि क्या ऐसा भी हैं कि अभ्यर्थियों को कुछ चयनित अखबार ही पढ़ने चाहिए?

हाँ कह सकते हैं क्योंकि अभ्यर्थियों का लक्ष्य परीक्षा उत्तीर्ण करना है तो अच्छा होता है कि कम समय में ज्यादा सीख लें। प्रत्येक अखबार की प्रकृति एवं गहराई अलग-अलग होती है। परीक्षा की दृष्टि से कुछ महत्वपूर्ण अखबार; जैसे- The Hindu, Indian Express, दैनिक जागरण राष्ट्रीय संस्करण, जनसत्ता आदि हैं।

संस्कृति IAS के एक्जक्यूटित डायरेक्टर श्री ए. के. अरुण सर ने न्यूज़पेपर के महत्त्व पर विस्तार से चर्चा की है। आशा की जाती है कि अभ्यर्थी अपनी तैयारी में अखबारों को भी शामिल करेंगे। यदि समय की कमी के कारण अखबार पढ़ पाना संभव नहीं हो पा रहा तो चिंता न करें संस्कृति IAS कोचिंग की वेबसाइट मासिक पत्रिका का अध्ययन पर्याप्त होगा, जिसमें  अखबारों एवं पत्रिकाओं की महत्वपूर्ण जानकारी को सम्मिलित किया गया है।  

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Author: pnews

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