फूट पड़ा अभ्यर्थियों का गुस्सा, बीपीएससी कार्यालय के बाहर हंगामा, धांधली का लगा रहे आरोप
बीपीएससी की तरफ से आयोजित बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया है. 1 लाख 70 हजार से ज्यादा पदों के लिए गए परीक्षा में अभी 1 लाख 40 हजार के करीब अभ्यर्थियों के रिजल्ट दिए गए हैं. अब इस रिजल्ट को लेकर परीक्षा देनेवाले अभ्यर्थी इस बात पर नाराज हैं और विरोध कर रहे हैं कि इस परीक्षा के परिणाम में हेराफेरी और फर्जीवाड़ा किया गया हैं
ऐसे में पटना में बीपीएससी के कार्यालय के बाहर भारी संख्या में अभ्यर्थी पटना में बीपीएससी दफ्तर के बाहर खड़े नजर आए. इसमें से कई विकलांग अभ्यर्थी भी दिखे. बिहार के अलग-अलग जिलों से आए ये अभ्यर्थी बीपीएससी के अधिकारियों से मिलना चाहते थे. ये सभी अभ्यर्थी अपनी समस्याओं से अधिकारियों को अवगत कराना चाहते थे.
हालांकि अभ्यर्थियों का कहना था कि बीपीएससी का गेट बंद है कोई भी अधिकारी उनसे मुलाकात करने नहीं आ रहा है. इसके बाद अभ्यर्थी आक्रोश में आ गए. अभ्यर्थियों की शिकायत थी कि एक ही कैटेगरी के कम मार्क्स पाने वाले छात्रों को उत्तीर्ण घोषित किया गया है जबकि ज्यादा अंक पाने वालों को फेल कर दिया गया है. इसके साथ ही कई अभ्यर्थियों की शिकायत थी कि उनसे तीन जिले आवंटन के लिए मांगे गए थे. उन्होंने इसे भरा भी था लेकिन उनका उन तीन में से किसी भी जिले में आवंटन नहीं दिया गया और किसी अन्य जिले में उन्हें भेजा जा रहा है. ऐसे में उनका आरोप था कि पैसे लेकर जिले का आवंटन किया जा रहा है.
वहीं कई अभ्यर्थियों की शिकायत थी कि मोबाइल नंबर पर काउंसिलिंग के दौरान ओटीपी भी नहीं आ रहा है जबकि उन्होंने सही मोबाइल नंबर दर्ज कराया है. ऐसे में ओटीपी नहीं आने के कारण काउंसिलिंग भी नहीं हो पा रही है. वहीं कुछ बीएड अभ्यर्थियों का प्राइमरी स्कूलों में भी रिजल्ट दिया गया था जिसकी शिकायत वह विभाग से करना चाहते थे.
अभ्यर्थी इस बात को लेकर परेशान थे कि उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है और कोई भी अधिकारी उनसे मिल भी नहीं रहा है. वहीं वह इस बात को लेकर भी परेशान थे कि यह केवल दिखावा भर है जबकि 2 नवंबर को गांधी मैदान में फर्जी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा जाएगा.