मौत का सामान भेज रहा पाकिस्तान , क्या सीमा पर फिर बना रहा टेरर लॉंच पैड?
जम्मू के अखनूर सेक्टर में गुरुवार एलओसी के पास एक ड्रोन द्वारा गिराए गए नौ ग्रेनेड और एक आईईडी समेत हथियार और विस्फोटक बरामद किए गए. पीटीआई भाषा के मुतबिक अधिकारियों ने बताया कि ये हथियार और विस्फोटक एक बक्से में बंद थे, जिन्हें एलओसी के पास पालनवाला में सेना और पुलिस के संयुक्त तलाशी अभियान के दौरान बरामद किया गया.
अधिकारियों ने कहा कि उन्हें बक्से देख कर शक हुआ और बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया. बक्से में से एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), एक पिस्तौल, दो मैगजीन, 38 कारतूस और नौ ग्रेनेड बरामद किए गए.
ऐसा माना जा रहा है कि एक ड्रोन के जरिए आतंकवादियों के इस्तेमाल के लिए हथियारों की यह खेप गिराई गई थी. अधिकारियों के मुताबिक जिस बक्से में हथियार और विस्फोटक सामग्री रखी गई थी, वह वैसा ही है जैसा पिछले दिनों नियंत्रण रेखा के पार मौजूद आतंकवादियों ने गिराया था. खौर थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और जांच शुरू हो गई है.
पाकिस्तान फिर से इस कोशिश में लगा है कि जम्मू कश्मीर में हिंसा का दौरा शुरू हो. वह इसके लिए हर तरीके आजमा रहा है. हालांकि भारतीय सुरक्षाबल पूरी तरह से सतर्क हैं और पाकिस्तान की हर नापाक हरकतर का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. एलओसी के आतंकी घटनाओं को लेकर सुरक्षा बल विशेष सतर्कता बरतते आए हैं. 29 सिंतबर 2016 को एओली पार कर भारतीय सेना ने एलओसी के आतंकी शिवरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी. यह स्ट्राइक उरी में शहीद हुए जवान का बदला थी.
श्रीनगर में हथियार बरामद, दो लोग गिरफ्तार
इससे पहले श्रीनगर के बेमिना इलाके से सुरक्षा बलों ने आतंकवादी संगठनों से जुड़े दो संदिग्ध लोगों को पकड़ा और उनके पास से हथियार एवं विस्फोटक बरामद किए गए हैं. अअधिकारियों ने बुधवार को बताया कि दोनों संदिग्ध कुपवाड़ा जिले के रहने वाले हैं. उन्हें मंगलवार रात को श्रीनगर के बटमालू में बेमिना में जांच के दौरान पकड़ा गया. उनके पास से हथियार एवं विस्फोटक भी बरामद हुए. बरामद किए गए हथियारों में दो पिस्तौल और 10 ग्रेनेड शामिल हैं.
पांच जवान शहीद
बाजीमल इलाके में बुधवार और गुरुवार को सुरक्षा बलों के साथ 36 घंटे तक चली मुठभेड़ में अफगानिस्तान में प्रशिक्षित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक शीर्ष कमांडर सहित दो आतंकवादी मारे गये. इस दौरान दो कैप्टन सहित पांच सैनिक भी शहीद हो गये. आतंकियों से मुकाबला करते हुए अपनी जान न्योछावर करने वाले कर्नाटक के मंगलोर के निवासी कैप्टन एम वी प्रांजल (63 राष्ट्रीय राइफल्स), उत्तर प्रदेश के आगरा के निवासी कैप्टन शुभम गुप्ता (9 पैरा), जम्मू-कश्मीर के पुंछ के निवासी हवलदार अब्दुल माजिद, उत्तराखंड के नैनीताल रहने वाले लांस नायक संजय बिष्ट और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के पैराट्रूपर सचिन लौर हैं.
इससे पहले 16-17 नवंबर को सुरक्षा बलों के साथ दो मुठभेड़ों में छह आतंकवादी मारे गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.