आखिर ये नौबत आई क्यों.. तानाशाह ने रो-रो कर क्यों की बच्चे पैदा करने की अपील?
उत्तर कोरिया का तानाशाह किम-जोंग-उन भावुक आज तक नहीं दिखा था. लेकिन आज उसके इमोशनल वीडियो ने पूरी दुनिया को चौंका दिया. सवाल ये है कि आखिर दुनिया को अक्सर डराने वाले तनाशाह की आंखों में आंसू क्यों आए? ऐसी कौन सी वजह है कि वो फूट-फूट कर रोने लगा? उत्तर कोरिया का तानाशाह किम-जोंग बेहद सख्त इंसान है. ऐसे में उसके रोने का वीडियो दुनिया को हैरान करने वाला है. ये एक ऐसा वीडियो है जिस पर यकीन करना मुश्किल हो रहा है.
बता दें कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में किम जोंग बेहद भावुक नजर आ रहा है. किम की आंखे नम हैं, और वो अपने आंसू पोंछ रहा है. और तो और किम के आस पास मौजूद महिलाएं भी उसके साथ फूट-फूट कर रो रही हैं. लेकिन सवाल यही है कि आखिर किम और उसकी जनता रो क्यों रही है. तानाशाह के इस भावुक पल के पीछे बहुत बड़ी वजह छिपी हुई है. उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया के मुताबिक. राजधानी Pyongyang में “माताओं का 5वां राष्ट्रीय सम्मेलन” आयोजित किया गया था.
फूट-फूट कर रोने लगा..
इस सम्मेलन की शुरुआत और अंत में किम जोंग ने भाषण दिया. उसने अपने देश की महिलाओं को संबोधित करते हुए, ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील की. माताओं को संबोधित करते-करते किम भावुक हो गया. बच्चों की बात करते-करते वो बच्चों की तरह फूट-फूट कर रोने लगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक उत्तर कोरिया में जन्मदर लगातार घट रही है. जिसे देखते हुए किम जोंग अपने देश की महिलाओं को ज्यादा बच्चे पैदा करने की अपील कर रहा है. किम ने उत्तर कोरिया की महिलाओं से ‘राष्ट्रीय शक्ति’ मजबूत करने के लिए अधिक बच्चे पैदा करने की अपील की है.
किम ने क्या कहा?
किम ने कार्यक्रम के दौरान अपनी जनता से कहा कि ‘जन्म दर में गिरावट को रोकना और बच्चों की अच्छी देखभाल करना, उन्हें अच्छी शिक्षा देना, ये ऐसे पारिवारिक मामले हैं, जिन्हें हमें अपनी माताओं के साथ मिलकर हल करना चाहिए. उत्तर कोरिया में पिछले 10 वर्षों से जन्मदर में लगातार गिरावट आ रही है. संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर कोरिया के जन्म दर में हाल के दशकों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. इसीलिए किम जोंग चिंतित है.
उत्तर कोरिया में घटती जन्म दर
वर्ष 2023 में उत्तर कोरिया में प्रति मां बच्चों की औसत संख्या 1.8 है. Hyundai Institute की एक रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया की आबादी वर्ष 2034 से और घटने की उम्मीद है. अनुमान है कि वर्ष 2070 तक उत्तर कोरिया की आबादी घटकर 2.37 करोड़ रह जाएगी. वर्ष 2021 के आंकड़ों के मुताबिक अभी उत्तर कोरिया की आबादी 2.60 करोड़ है. उत्तर कोरिया की तरह ही उसके पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया में भी जन्म दर में भारी गिरावट देखी जा रही है. दक्षिण कोरिया की प्रजनन दर दुनिया में सबसे कम है.
दक्षिण कोरिया की प्रजनन दर दुनिया में सबसे कम
वहां जन्म दर में गिरावट की प्रमुख वजह स्कूलों की फीस का बहुत ज्यादा होना. बच्चों की देखभाल न कर पाना, और पुरुष केंद्रित CORPORATE समाज का होना है. वर्ष 1970-1980 के दशक में उत्तर कोरिया ने युद्ध के बाद, जनसंख्या वृद्धि को धीमा करने के लिए जन्म नियंत्रण कार्यक्रम लागू किए. लेकिन 1990 के दशक के मध्य में वहां अकाल पड़ा, जिसमें लाखों लोग मारे गए. इस वजह से उत्तर कोरिया की जनसंख्या में गिरावट शुरू हुई जो अब तक जारी है.
जन्म दर बढ़ाने के लिए कई उपाय किए
जन्म दर बढ़ाने के लिए उत्तर कोरिया ने कई उपाय किए हैं. जिसमें तीन या तीन से अधिक बच्चों वाले मां-बाप को, कई तरह के लाभ देना शामिल है. इस लाभ के तहत बच्चों के रहने के लिए आवास की व्यवस्था, राज्य की तरफ से subsidy, मुफ्त भोजन, दवा, घरेलू सामान और शिक्षा संबंधी सुविधाएं मिलती हैं. लेकिन बावजूद इसके उत्तर कोरिया की जन्मदर में ज्यादा सुधार नहीं आया है. इसीलिए तानाशाह किम जोंग चिंतित है.