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जज की कार छीनने वाले आरोपियों को बेल

जज की कार छीनने वाले आरोपियों को बेल

इसे अपराध नहीं कहा जा सकता. नेक काम के लिए आरोपियों ने काम किया था लिहाजा अदालत को जमानत देने में दिक्कत नहीं है. आरोपी छात्रों के वकील की दलील सुनने के बाद मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने दो छात्रों हिमांशू स्रोत्री और सुकृत शर्मा को बेल दे दी. यहां बताएंगे कि पूरा मामला क्या है. इन दोनों छात्रों का कसूर क्या था. इन दोनों छात्रों को डिस्ट्रिक्ट सेशंस कोर्ट ने जमानत देने से क्यों मना कर दिया था. मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान को छात्रों से बात करने की जरूरत क्यों पड़ी.

दरअसल 10 दिसंबर को एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर रंजीत सिंह यादव दक्षिण एक्सप्रेस से दिल्ली से झांसी की यात्रा कर रहे थे. यात्रा के दौरान उन्हें हार्ट अटैक आया. जिस कोच में वो बैठे हुए थे उसी कोच में हिमांशू स्रोत्री और सुकृत शर्मा भी यात्रा कर रहे थे.अटेंडेंट को जब घटना के बारे में जानकारी दी गई तो उसने कहा कि ग्लावियर स्टेशन पर बाहर एक एंबुलेंस खड़ी है. लेकिन स्टेशन से बाहर निकलने के बाद एंबुलेंस नजर नहीं आई. इन छात्रों ने एक जज की कार को अपने कब्जे में लिया और प्रोफेसर यादव को अस्पताल में भर्ती कराने के लिए निकल पड़े. हालांकि प्रोफेसर साहब को बचाया नहीं जा सका.
जज के ड्राइवर ने करायी थी एफआईआर

जज के कार ड्राइवर ने कहा कि उसने इन लोगों से कहा कि वो दूसरी कार का इंतजाम कर दे रहा है लेकिन वो नहीं माने. उसके पास एफआईआर के अलावा कोई और रास्ता नहीं था. उसने एफआईआर दर्ज कराई और उसके आधार पर दोनों को गिरफ्तारी हुई. इन दोनों छात्रों ने जमानत के लिए डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अर्जी लगाई. लेकिन जज ने जमानत देने से इनकार कर दिया. निचली अदालत से राहत नहीं मिलने के बाद दोनों ने हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में अर्जी दी. इनदोनों की अर्जी पर सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने भी विरोध नहीं किया जिसके बाद जस्टिस सुनीता यादव ने जमानत दे दी. पीड़ित छात्रों के वकील भानू प्रताप सिंह चौहान ने कहा कि ग्वालियर बेंच का फैसला संवेदनशीलता की तरफ इशारा करता है. छात्रों ने नेक काम के लिए जज की कार को कब्जे में लिया. उन्होंने कोई अपराध नहीं किया था. इन सबके बीच जब मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव और पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को एबीवीपी से जुड़े हुआ छात्रों के बारे में जानकारी मिली तो उन्होंने छात्रों से बात की और कहा कि उन्होंने बेहतर काम किया है और उन्हें मदद जरूर मिलेगी.

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Author: pnews

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