90 सेकेंड पहले एग्जाम खत्म करने पर भड़के छात्र, सरकार पर ही कर दिया केस
एग्जाम में हर एक सेकेंड कीमती होता है. अब छात्र को जितना समय परीक्षा देने के लिए मिलता है उसका इस्तेमाल तो वो करेगा ही. लेकिन साउथ कोरिया के कियोल का यह केस थोड़ा हटकर है, हुआ कुछ यूं कि कक्ष निरीक्षक ने एग्जाम को तय समय से महज 90 सेकेंड पहले खत्म करने का फैसला किया. उसका फैसला एक छात्रा को रास नहीं आया और उसने सरकार पर ही केस कर दिया. खास बात यह है कि अगर अदालत का फैसला स्टूडेंट के फेवर में आता है तो साउथ कोरिया सरकार को 12 लाख रुपए हर्जाने के तौर पर देने होंगे.
पीड़ित छात्रों ने दक्षिण कोरिया सरकार ने हर्जाना देने की मांग की है. छात्रों का कहना है कि समय से पहले एग्जाम खत्म करने की वजह से उनका साल भर का नुकसान हुआ है. छात्रों के वकीलों का तर्क है कि भले ही कक्ष निरीक्षक ने टाइम एरर हुआ हो. लेकिन उनके मुव्वकिलों को भारी नुकसान हुआ है. यही नहीं उनके नतीजों पर भी असर पड़ेगा. दक्षिण कोरिया में कॉलेज एडमिशन के लिए होने वाले एग्जाम को सुनेउंग कहा जाता है जिसमें कई विषयों की परीक्षा होती है.
कठिन एग्जाम में से एक है सुनेउंग
वैश्विक स्तर पर सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाने वाली यह परीक्षा विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट, नौकरी की संभावनाओं और यहां तक कि भविष्य के रिश्तों को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है. छात्रों की एकाग्रता में किसी तरह की बाधा ना पड़े उसके लिए सरकार वार्षिक परीक्षा के दौरान हवाई क्षेत्र को बंद करने के साथ साथ शेयर मार्केट को देर से खोलने का फैसला करती है. 2023 में सुनेउंग परीक्षा में पांच लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया और परिणाम 8 दिसंबर को जारी किए गए थे. कोरियाई भाषा परीक्षा के दौरान घंटी समय से पहले बज गई थी और उसकी वजह से पर्यवेक्षकों को छात्रों के विरोध के बावजूद उत्तर पुस्तिकाएं एकत्र करने के लिए मजबूर होना पड़ा. हालांकि अगले सत्र से पहले गलती स्वीकार कर ली गई. लेकिन लंच ब्रेक के दौरान केवल डेढ़ मिनट का समय दिया गया.