100 CCTV, 7 राज्य खंगाले, यूं पकड़ा 2 बच्चों की मां और लिव-इन पार्टनर का शातिर हत्यारा
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने उस शातिर हत्यारे को दबोच लिया है, जो पिछले 4 महीने से पुलिस के साथ लुका-छिपी का गेम खेल कर रहा था. अपनी लिव-इन पार्टनर मारने वाला ये हत्यारा इतना शातिर है कि इसे ढूंढने के लिए पुलिस ने 100 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले और चार महीने तक 7 राज्यों में छापेमारी की. और आखिरकार उसे दिल्ली की ही एक मार्केट से गिरफ्तार किया गया. ये शख्स चार महीने पहले अपनी लिवइन पार्टनर को मारकर फरार हो गया था. शादीशुदा होने के बावजूद यह दिल्ली में अपनी लिवइन पार्टनर के साथ रहता था और फिर जब झगड़ा हुआ तो उसे मौत के घाट उतार दिया.
बता दें कि पुलिस ने दिल्ली के गोखले मार्केट से आरोपी को गिरफ्तार किया है. उसका नाम पंकज महतो है. 39 साल का पंकज बिहार के समस्तीपुर का रहने वाला है. वह दिल्ली के नांगलोई में अपनी लिवइन पार्टनर और उसके दो बच्चों के साथ किराए के मकान में रहता था. इसी साल 26 अगस्त को उसकी लिवइन पार्टनर तमन्ना की बॉडी खून से लथपथ हालत में घर की छत से बरामद हुई थी. तभी से पंकज फरार था. पुलिस के शिंकजे में आने के बाद आरोपी पंकज ने सारे राज उगल दिए हैं.
पकड़ने के लिए पुलिस की 7 राज्यों में छापेमारी
इस केस की जांच के लिए पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर लगे 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की जांच की. डीसीपी (आउटर) जिमी चिराम ने कहा कि आरोपी पंकज का ससुराल पश्चिम बंगाल में है. उसे पकड़ने के लिए पुलिस की टीम ने पश्चिम बंगाल, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार और जम्मू-कश्मीर में उसके रिश्तेदारों और दोस्तों के घर रेड की. हालांकि वहां कोई सुराग नहीं मिला.
लिवइन पार्टनर को क्यों मार डाला?
डीसीपी ने आगे बताया कि 4 महीने की कड़ी मेहनत के बाद पंकज को पुरानी दिल्ली के तीस हजारी के पास गोखले मार्केट से अरेस्ट किया गया. पूछताछ के दौरान, आरोपी ने खुलासा किया कि वह पिछले छह साल से तमन्ना के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में था. तमन्ना ने उसके ऊपर अपनी बीवी और बच्चों को छोड़ने का प्रेशर डाल रही थी. इसी को लेकर दोनों में झगड़ा होता रहता था. एक इसी से परेशान होकर उसने तमन्ना पर लकड़ी से हमला कर दिया और बाद में रस्सी से गला घोंट दिया. फरार होने के दौरान वह हरियाणा के भिवानी, कोलकाता, पंजाब के लुधियाना, यूपी के गाजियाबाद और दिल्ली के इलाकों में छिपा.
पुलिस अधिकारी ने ये भी बताया कि आरोपी एक आवारा की तरह रहता था. वह मोबाइल फोन के इस्तेमाल से परहेज करता था. उसने अग्रिम जमानत हासिल करने की कोशिश की और तीस हजारी कोर्ट के पास एक वकील की तलाश में था. कोर्ट में पेशी के बाद उसको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है