नौकरी के नाम पर लड़कियों को बनाया बंधक
बिहार की मुजफ्फरपुर पुलिस ने एक सोशल नेटवर्किंग कंपनी से कई लड़कियों को बरामद किया है. बताया जा रहा है कि कंपनी संचालक इन लड़कियों को बंधक बनाकर रखे हुए थे. छापेमारी की भनक लगते ही संचालक मौके से फरार हो गया, लेकिन उसके गुर्गे पकड़े गए. पुलिस एक युवक और दो युवतियों को हिरासत में लेकर कर रही है. इससे पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब झारखंड के युवकों को नौकरी देने के बहाने बुलाकर बंधक बनाकर रखा गया था.
दरअसल, मुजफ्फरपुर पुलिस ने एक बार फिर से नेटवर्किंग कंपनी पर छापामारी करके वहां फंसी सिवान की कई लड़कियों को रेस्क्यू किया. पुलिस ने छापेमारी के दौरान एक युवक और दो युवतियों को हिरासत में लिया है, जबकि कंपनी का संचालक भागने में सफल रहा. रेस्क्यू में मुक्त कराई गईं सभी लड़कियां सिवान जिले के रहने वाली हैं. पुलिस ने इन सभी लड़कियों को सदर थाना क्षेत्र के गोबरसही डुमरी रोड में एक किराए के मकान में छापेमारी कर रेस्क्यू कर मुक्त कराया गया है.
रेस्क्यू की गई लड़कियों ने बताया कि नेटवर्किंग कंपनी ने उन लोगों से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 25,000 हजार रुपये लिए थे. उसके बाद ट्रेनिंग दिलाने के बहाने सभी को मुजफ्फरपुर बुलाया गया. ट्रेनिंग के दौरान ही लड़कियों को शक हुआ उन्होंने तो संचालक से अपने पैसे वापस मांगे. जिस पर संचालक ने सभी को डरा धमका कर रखा. जब लड़कियों ने इसका विरोध किया तो सभी बंधक बना लिया गया.
इसी बीच एक लड़की ने हिम्मत जुटाते हुए अपने परिजनों को सूचना दी. उसके परिजनों ने डॉयल 112 को सूचना दी और डॉयल 112 की टीम के साथ सदर थाना पुलिस ने डुमरी रोड के एक किराए मकान में देर शाम छापेमारी कर बंधक बनाई गई सभी लड़कियों मुक्त कराया. इस पूरे मामले पर सदर थाना के एसआई ए सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि नौकरी के नाम पर झांसा दे कर लड़कियों को बंधक बनाकर रखा गया है. छापेमारी करके सभी लड़कियों एक रूम से मुक्त कराया गया है