नकली नमक का करोबार, गुजरात से लाकर बिहार में खपाने की थी योजना, रेलवे का माल अधीक्षक गिरफ्तार
बिहार में ब्रांडेड कंपनी के नमक के नाम पर नकली नमक खिलाया जा रहा है. मुजफ्फरपुर में ब्रांडेड कंपनी के नमक के पैकेट से मिलते-जुलते पैकटों का इस्तेमाल कर घटिया नमक घरों के किचन तक पहुंचाया जा रहा था, जिसे पुलिस ने मालगोदाम से जब्त कर लिया है. यहां रेल पुलिस ने टाटा कंपनी का नमक के पैकेट से मिलते-जुलते पैकटों का इस्तेमाल डुप्लीकेट नमक का कारोबार का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में रेलवे पुलिस ने रेलवे के माल अधीक्षक को भी गिरफ्तार किया है.
दरअसल, मुजफ्फरपुर रेल पुलिस ने रेलवे की मालगाड़ियों से टाटा नमक के पैकेट जैसा नमक आपूर्ति करने वाले वाले से लेकर नमक मंगवाने वालो और सराय मालगोदाम के अधीक्षक पर मुजफ्फरपुर रेल थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर टाटा कंपनी से जुड़ी अनुसंधान इन्वेस्टिगेशन सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड में निदेशक पश्चिम बंगाल के हुगली निवासी भोजेंद्र कुमार सिंह के ब्यान पर सराय मालगोदाम के अधीक्षक भरत कुमार, गुजरात के कारोबारी आत्माराम चौधरी और नमक मंगवाने वाले सराय के कारोबारी सुजीत कुमार पर मुजफ्फरपुर रेल थाना दर्ज करवाई गई है.
बताया गया है कि टाटा कंपनी के लिए काम करने वाली एजेंसी के निदेशक भोजेंद्र कुमार सिंह और रेल पुलिस की टीम मुजफ्फरपुर-हाजीपुर रेलखंड स्थित सराय मालगोदाम पहुंच कर जांच की तो टाटा कंपनी के पैकेट से मिलता-जुलता 7 हजार 102 बोरी नमक मिला. रेल पुलिस की टीम ने नमक के संबंध में छानबीन की तो नमक गुजरात से आने की जानकारी दी गई. रेल पुलिस ने पूरे मामले में नमक भेजने वाले,नमक मंगवाने वाले के अलावा नमक की आपूर्ति में सहयोग करने वाले सराय मालगोदाम के अधीक्षक की भूमिका संदेहास्पद माना है.
पूरे मामले पर रेल डीएसपी अतनु दता ने बताया कि टाटा नमक कि तरह हूबहू दिखने वाला महावीर तुलसी शक्ति सॉल्ट बरामद किया गया है.काफी अधिक मात्रा में बरामद नमक थाने में रखना मुश्किल है.इसलिए भागलपुर के नाथनगर निवासी बिरजू कुमार को सौंप दिया गया है.इस मामले में तीनों आरोपितों पर कॉपीराइट एक्ट, ट्रेड मार्क एक्ट के अलावा आईपीसी की दर्जन भर धाराओं में एफआईआर कराई गई है.