पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी के साथ मारपीट और कार से कुचलने की कोशिश, वीडियो आया सामने
दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज पर पाकिस्तानी हिंदू सराणार्थी का कैंप लगा है और ठीक वहीं पर वह अपने घर की जीवन शैली चलाने के लिए दुकान लगाकर बैठे हैं. वहीं इस बीच एक रामचंद्र नाम का शख्स भी जो कि पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी कैंप में रहते हैं. उनका आरोप है कि सुबह करीब 8:30 बजे लाल कलर की कर में सवार होकर दो युवक उनके पास कुछ सामान खरीदने पहुंचे और सामान खरीदने के बाद पैसे देने से इनकार कर दिया और फिर मारपीट करने के बाद गाड़ी से कुचलने की कोशिश की.
पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी रामचंद्र का आरोप है कि सुबह करीब 8:30 बजे लाल कलर की कर में सवार होकर दो युवक उनके पास कुछ सामान खरीदने पहुंचे और सामान खरीदने के बाद पैसे देने से इनकार कर दिया. इस बात पर आपस में नोकझोंक हुई तो उन युवकों ने रामचंद्र की बेरहमी से पिटाई कर दी. झगड़े की आवाज सुनकर पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी कैंप में रहने वाले लोग सिगनेचर ब्रिज पर आ गए और दोनों ही युवकों को पकड़ लिया. काफी देर आपस झड़प हुई उसके बाद युवकों में माफी मांगना शुरू कर दिया, लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई जब पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों ने दोनों ही युवकों को माफ किया और कर उनकी कार की चाबी उन्हें लौटाई. जैसे ही वह कार में सवार हुए, उन्होंने तेजी से अपनी कार से पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों के ऊपर चढ़ाने की कोशिश की, जिसमें करीब तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए.
इस पूरे मामले का एक वीडियो भी लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. पीड़ित रामचंद्र का आरोप है कि पुलिस की तरफ से इस मामले को लेकर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है. वहीं इस बात की खबर सुनकर कुछ अधिवक्ता भी पीड़ित की हमदर्दी में हिंदू पाकिस्तान शरणार्थी कैंप में पहुंचे और पीड़ित को इंसाफ दिलाने की बात कर रहे हैं. फिलहाल आपको बता दें कि पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी कैंप वाले अपने जीवन श्रेणी चलाने के लिए सिगनेचर ब्रिज पर कई तरह की दुकान लगाकर सामान बेच रहे हैं और अपने घर का गुजारा कर रहे हैं. पीड़ित का आरोप है कि इस तरह की मारपीट उनके साथ हर रोज किसी न किसी शख्स द्वारा की जाती है, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई खास कार्यवाही नहीं की जाती. इस हादसे के बाद अब पीड़ित रामचंद्र दहशत में है और पुलिस से गुहार लगा रहा है कि उन्हें इंसाफ मिले.
आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस के उच्च अधिकारियों से मिल जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि कार का नंबर नोट कर लिया गया है. वहीं कार मलिक को कांटेक्ट करने कोशिश की जा रही है. फिलहाल इस मामले के बाद पुलिस पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करती है या नहीं.