हुस्न और ब्लैकमेलिंग का जाल, हनीट्रैप के लिए बेटी, भतीजी और लिव- इन पार्टनर के साथ बनाई गैंग
उत्तर प्रदेश के नोएडा में पुलिस ने हनीट्रैप के मामले में एक महिला को उसके 3 सहयोगियों के साथ पकड़ा है. ग्रेटर नोएडा की इस घटना के बाद सब हैरान हैं. खबर है कि मां- बेटी दोनों मिलकर हनीट्रैप कर लोगों को फंसाती थी. बड़ी बात ये है कि मां अपनी ही बड़ी बेटी के शरीर का सौदा करती थी और इस काम में उसकी छोटी बेटी भी उसका साथ देती थी. इस काम में मां का लिव- इन पार्टनर भी उनका साथ देता था. सूरजपुर कोतवाली पुलिस ने हनीट्रैप गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. जानें क्या है पूरा मामला…
नोएडा निवासी विक्रम सिंह नेगी ने पुलिस को शिकायत करते हुए बताया कि एक लड़की से मिलने का लालच देकर उसे धमकियां दी गईं और फिर उन पर कैश और Paytm के जरिए 1.63 लाख रुपये देने का दबाव बनाया गया है. पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि महिला मेरठ की रहने वाली है. यह महिला अपनी नाबालिग बेटी और भतीजी का इस्तेमाल लोगों को टारगेट करने के लिए करती थी. महिला का लिव-इन पार्टनर खुद को वकील बताता था. गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने 38 साल की इस महिला को उसके तीन सहयोगियों के साथ पकड़ा है. आरोप है कि नाबालिग लड़की की यह मां हनीट्रैप का जाल बिछाने के बाद लोगों को धमकी देती थी कि वो उन्हें झूठे केस में फंसा देगी और फिर उनसे पैठे ऐंठ लेती थी.
एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस हृदयेश कठारिया ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि महिला का नाम कविता है. वो अपने लिव-इन पार्टनर फारूक, बेटी, भतीजी और एक अन्य महिला का इस्तेमाल किसी शख्स से दोस्ती करने के लिए करती थी. यह दोस्ती मिस्ड कॉल, मैसेज या सोशल मीडिया के जरिए की जाती थी. जब पीड़ित महिला से मिलने पहुंचते थे तब वो उन्हें लेकर किसी सुनसान जगह पर जाती थी और फिर उन्हें यौन शोषण या रेप के केस में फंसाने की धमकी देकर पैसों की डिमांड करती थी.
खुद दर्ज करवाती थी केस
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस महिला का गैंग करीब 6 महीने से चल रहा है. पूछताछ में पता चला है कि पिछले साल जनवरी के महीने में महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के जरिए पॉक्सो ऐक्ट के तहत केस दर्ज करवाया था. बाद में पैसे लेकर मामले को सेटल कर दिया गया. पुलिस ने कहा कि कविता ने सुरजपुर पुलिस स्टेशन में भी एक शिकायत दर्ज करवाई थी और युवक पर आरोप लगाया था कि उसने उनके साथ छेड़खानी की है. बाद में यह घटना गलत पाई गई.
पिछले साल 25 अक्टूबर को बीटा-2 पुलिस थाने में रेप और गर्भपात जैसे गंभीर आरोपों को लेकर शिकायत दर्ज करवाई गई थी. बाद में 4 लाख रुपये लेकर यह शिकायत वापस ले ली गई. पुलिस ने कहा है कि महिला द्वारा अब तक किए गए तमाम गुनाहों का अब हिसाब-किताब किया जा रहा है.