अयोध्या में 3 दिनों तक नो एंट्री, किले में तब्दील रामनगरी में सिर्फ पास वालों को ही प्रवेश
राम की नगरी अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई हैं. पूरे कार्यक्रम को लेकर हो रही है तैयारियों की समीक्षा खुद सीएम योगी आदित्यनाथ कर रहे हैं. इंतजाम किए गये हैं. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की ओर से बुधवार को जारी निर्देशों में कहा गया कि 20 से 22 जनवरी के मध्य अयोध्या में उन्हीं लोगों के आने की व्यवस्था हो, जिनको ट्रस्ट द्वारा आमंत्रित किया गया है.
इसके लिए सड़क और रेल मार्ग पर जरुरी व्यवस्थाएं की जाएं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए शहर के 10,715 स्थानों पर कैमरों की मदद से हर व्यक्ति के पहचान की व्यवस्था को भी लागू करने का निर्देश दिया गया है.
मुख्य सचिव की ओर से जारी आदेश में समारोह स्थल की पुख्ता सुरक्षा के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम और यूपी एसएसएफ (UP SAF) की तैनाती के निर्देश भी दिए गये हैं. लगभग 1500 पब्लिक सीसीटीवी (CCTV) को भी आईटीएमएस से जोड़ कर निगरानी का दायरा बढ़ाने के अलावा 20 जनवरी तक 2 क्रूज बोट़्स के संचालन की व्यवस्था करने को कहा है.
माना जा रहा है कि 27 जनवरी से 15 फरवरी के बीच अयोध्या में रिकॉर्ड भीड़ पहुंच सकती है. यही वजह है कि समारोह के बाद अयोध्या में उमड़ने वाली करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए आरपीएफ की विशेष व्यवस्था के निर्देश दिए. अयोध्या में मादक पदार्थों का सेवन न हो. इस पर भी विशेष नजर रखने को कहा गया है. शहर में मौजूद प्रत्येक बाहरी व्यक्ति की जांच और तलाशी के निर्देश दिए हैं
14 से शुरू होगी नगर बस सेवा
14 जनवरी से अयोध्या में नगर बस सेवा शुरू करने की तैयारी है. मुख्य सचिव द्वारा इस बात के भी निर्देश दिए जा चुके हैं. कार्यक्रम स्थल पर दस हजार अतिथियों को पहुंचाने के लिए 200 ई-बसें, गोल्फ कार्ट और पिंक ऑटो की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा 200 वाहन भी लगाए जाएंगे. परिवहन विभाग की 1033 बसों की व्यवस्था की गयी हैं.