बिहार में शीतलहर का प्रकोप, 18 जनवरी तक बारिश का अलर्ट
बिहार के अधिकांश हिस्से में कोहरे के साथ शीतलहर जारी है. प्रचंड ठंड से बिहार थरथरा रहा है. हाड़ कंपा देने वाली ठंड ने आम लोगों को घर में दुबकने को मजबूर कर दिया है. सर्दी की वजह से ज्यादातर जिलों में 8वीं तक के स्कूल बंद हो चुके हैं. बड़े बच्चों के स्कूलों के टाइम में भी बदलाव किया गया है. ठंडी हवाओं के कारण कनकनी बरकरार है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. ठंडी हवा के साथ-साथ घना कोहरा लोगों की मुसीबत बढ़ा रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, 18 जनवरी तक सर्दी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है.
मौसम विभाग की ओर से 16 जनवरी तक के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. आगामी 4 दिनों तक यानी 16 जनवरी से लेकर 19 जनवरी तक अधिकतम-तापमान 19.5, 20, 21.5, और 21.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 7, 8, 8.5 और 9 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. 17 एवं 18 जनवरी को बिहार के कई जिलों में बारिश के आसार बताए गए हैं, जिससे ठंड और बढ़ेगी. मौसम विभाग ने 18 जनवरी तक कोल्ड डे के लिए लोगों से सावधान रहने का सुझाव दिया है. मौसम विभाग का कहना है कि हिमालय के पश्चिमी हिस्से से आ रही सर्द पछुआ हवा का प्रभाव पूरे बिहार पर पड़ रहा है.
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, अगले तीन दिन में न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री तक गिरावट आने की संभावना है. 4 और 15 जनवरी को पटना, गया समेत एक-दो जिलों में शीतलहर के आसार हैं. वहीं 14 और 15 जनवरी को उत्तरी भागों के एक-दो स्थान पर कोल्ड डे रहने की संभावना है. पश्चिमी विक्षोभ के असर से 16 जनवरी से मौसम और बिगड़ सकता है. राज्य के अधिकांश भागों में मध्यम स्तर का कुहासा छाया रहेगा.
मुजफ्फरपुर में पड़ रही प्रचंड सर्दी से सबसे ज्यादा दिक्कत रिक्शाचालकों को हो रही है. रैन बसेरा में जगह नहीं मिलने पर उन्हें रात में सड़क पर ही सोना पड़ता है. साथ ही उनको सस्ते दर पर भोजन भी नहीं मिल रहा है. जब जी न्यूज ने रात में मुजफ्फरपुर के स्टेशन रोड पर जिला परिषद् मार्केट स्थित रैन बसेरा का रियलिटी चेक किया तो रैन बसेरा और अलाव की व्यवस्था तक की सच्चाई का पोल खुल गई. रैन बसेरा के पास अलाव तापते रहे लोगों से बातचीत में पता चला कि नगर निगम की ओर से दी जा रही लकड़ी कम पड़ रही है.
वहीं रिक्शा चालकों ने बताया कि उन्हें रैन बसेरा में जगह नहीं दी जाती है. यहां तक की सरकार की ओर से दी जाने सस्ते दर पर भोजन भी नहीं मिल रहा हैं. जबकि रैन बसेरा में इसके लिए कैंटिंग भी बनाए गए. स्टेशन स्टेशन रोड में रात को भी लोगों का आना जाना लगा रहता है. स्टेशन रोड में बनाए गए रेन बसेरा मात्र पांच बेड लगाए गए हैं और चार से पांच दिन से लगातार तीन ही व्यक्ति का नाम मेंटेन है.