राजस्थान में नहीं… दिल्ली में नजर आएगी अंजू, बच्चों को इस वजह से नहीं भेज रही स्कूल
पाकिस्तान से भारत लौटी अंजू इनदिनों खूब चर्चा में बनी हुई है. भिवाड़ी की अंजू उर्फ फातिमा को लेकर नई जानकारी सामने आई है. अंजू का नया पता ठिकाना बदल गया है. अब राजस्थान में नहीं बल्कि देश की राजधानी दिल्ली उसका डेस्टिनेशन है. अंजू उर्फ फातिमा से मुलाकात दिल्ली में हो सकती है.
अंजू का ठिकाना बदला, दिल्ली से लगाई दिल
अंजू को नई जॉब दिल्ली में मिल चुकी है और वो ऑफिस में 9 घंटे की शिफ्ट कर रही हैं. दिल्ली में अंजू अपने दोनों बच्चों को घर में छोड़कर नहीं बल्कि ऑफिस साथ लेकर जाती हैं. अंजू अपनी को बेटी घर पर अकेली छोड़कर जाती है. इतना ही नहीं अंजू घर से भी ऑनलाइन काम करती हैं.
ठंड और दिल्ली एनसीआर में चल रही शीतलहर की वजह से अंजू ने दोनों बच्चों को अभी स्कूल भेजने का फैसला नहीं लिया है. बच्चे इस समय ऑनलाइन क्लास कर रहे हैं.
अंजू को नई जॉब दिल्ली में मिली
दिल्ली एनसीआर में फिलहाल ठंड से राहत मिलते नहीं दिख रहा है तो वहीं राजस्थान में थोड़ी ठंड से राहत मिलने के बाद मंगलवार को स्कूल खोलने का आदेश दे दिया गया. अंजू ने मिली जानकारी के अनुसार तलाक के मसले पर अरविंद से लगातार बातचीत के जरिए जारी है. तलाक का मसला सुलझाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
बता दें कि अंजू 5 महीने पाकिस्तान में रहने के बाद इंडिया वापस आई हैं. अंजू भिवाड़ी की रहने वाली है, जो अपने पति और बच्चों को छोड़कर अपने प्यार के पास पाकिस्तान चली गई थी.
नसरुल्लाह दिल्ली आने की पूरी तैयारी कर रहा
अंजू अपने दोनों बच्चों के पढाई के बारे में बताया कि अब वो परीक्षा देने के लिए राजस्थान के भिवाड़ी जाएंगें. नए सेशन 2024-25 में दोनों बच्चों का एडमिशन अपने घर के पास की स्कूल में दाखिला करवाएगी.
इधर, नसरुल्लाह भारत आने की पूरी तैयारी में हैं. जानकारी सामने आई है कि नसरुल्लाह ने अपने दस्तावेज भी जमा करा दिया हैं. सबकुछ ठीक ठाक रहा तो जल्द ही भारत आ सकता है.
सोशल मीडिया पर बीच में अंजू और नसरुल्लाह के बीच कई खबरें सामने आई थी जिसमें इनदोनों के बीच बात न होने की खबरें खुब सुर्खियां बटोरी थी तभी अंजू का भी बयान सामने आया था जिसमें कहा कि कहा ऐसा कुछ नहीं है सब झूठ है. उनकी नसरुल्लाह से लगातार बात हो रही है.
भारत में वो अकेली रह रही हैं इसलिए नसरुल्लाह को फिक्र रहती है, लेकिन वो अपने बच्चों के साथ समय दे रही है और उनके बच्चे खुश हैं और इनकी बेहतर जिंदगी के लिए प्रयास कर रही हैं.