18 लाख की लूट को 18 घंटे में पुलिस ने सुलझाया, कर्ज उतारने के लिए मालिक से गढ़ी लूट की झूठ कहानी
दिल्ली के वसंत कुंज साउथ इलाके में हुई 18 लाख की लूट के मामले में पुलिस ने 18 घंटे में खुलासा किया. इस वारदात में शामिल तीन आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. इनमें एक वह भी है जिसने अपने आपको लूट का शिकार बताया था. उसी ने लूट की फर्जी कहानी गढ़ी थी. आरोपियों की निशानदेही पर लूट की पूरी रकम और वारदात में इस्तेमाल स्कूटी जब्त कर ली गई. इनकी पहचान प्रताप नगर निवासी शिवम (26), दीपक सूरी (21) और लाेनी गाजियाबाद निवासी तुषार (21) के तौर पर हुई है.
डीसीपी साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक रोहित मीना ने बताया 15 जनवरी को लगभग 9 बजकर 20 मिनट पर 18 लाख रुपये लूटने की सूचना मिली थी. शिकायतकर्ता ने बताया वह करोलबाग स्थित मनोज नाम के एक प्रॉपर्टी डीलर के पास काम करता है. उसके मालिक मनोज ने घिटोरनी में अपने दोस्त गुल्लू से रुपये लेकर आने के लिए कहा. उसने गुल्लू से 18 लाख रुपये से भरा बैग लिया और स्कूटी से करोल बाग के लिए निकल गया.
जब वह सेठ फार्म हाउस के पास पहुंचा तो स्कूटी पर दो लड़के आए और उसे पीटना शुरू कर दिया. इसके बाद वे 18 लाख रुपये लूट फरार हो गए. जांच के दौरान पुलिस को शिकायतकर्ता की भूमिका संदिग्ध लगी. उसके बयान में कुछ विरोधाभास पाए गए. इससे गहन पूछताछ की गई तो उसने लूट की झूठी कहानी गढ़ने का खुलासा कर दिया. उसने कबूल किया कि स्कूटी सवार कोई ओर नहीं बल्कि उसके दोस्त थे. वह ऑनलाइन क्रिकेट में सट़्टा लगाता था, जिस कारण कर्ज में डूब गया. कर्ज उतारने के लिए उसने इस वारदात की साजिश रची.
शिवम ने कहा सारी रकम को आपस में बांटा जाना था. इसके बाद पुलिस ने उसके दोनों दोस्त दीपक और तुषार को भी पकड़ लिया और उनके पास से 18 लाख रुपये बरामद किए. आरोपी शिवम बारहवीं तक पढ़ा है. वह अपने पिता के साथ रहता है. आरोपी दीपक एचडीएफसी फाइनेंस में काम करता है और तुषार भी दीपक के साथ ही एचडीएफसी फाइनेंस में काम करता है.