एक तरफ सत्ता जाने का डर, दूसरी तरफ कोर्ट के समन का प्रहार, लालू परिवार पर टूटा मुसीबतों का पहाड़
लालू परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ चारों तरफ से टूटता नजर आ रहा है. एक तरफ तो नीतीश कुमार के महागठबंधन से खफा होने और भाजपा के साथ जाने की अटकलें तेज है. यानी नीतीश भाजपा के साथ गठबंधन कर बिहार में सरकार का गठन कर सकते हैं. ऐसे लालू यादव के सुपुत्र तेजस्वी और तेजप्रताप के हाथ से बिहार सरकार में उपमुख्यमंत्री के साथ अन्य मंत्रालय चली जाएगी. वहीं दूसरी तरफ कोर्ट के समन ने लालू परिवार को नई मुसीबत में ला खड़ा किया है.
लालू यादव को एक तरफ तो डिप्टी सीएम तेजस्वी की कुर्सी जाती दिख रही है वहीं लालू यादव की पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती को नौकरी के बदले जमीन मामले में मिला अदालत का समन ज्यादा बेचैन करने वाला है. नौकरी के बदले जमीन मामले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ED के द्वारा दायर चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए दोनों को समन जारी किया है. इस मामले में अदालत में 9 फरवरी को सुनवाई होनी है.
ऐसे में अदालत ने इस सुनवाई में लालू यादव की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती, एक अन्य बेटी हेमा यादव और पत्नी राबड़ी देवी को अदालत के सामने सुनवाई के दौरान हाजिर होने के लिए समन दिया है. इससे जुड़े मामले में ही लालू यादव और तेजस्वी यादव के खिलाफ भी मुकदमा चल रहा है. बता दें कि इस मामले में सभी जमानत पर हैं.
लालू जब रेल मंत्री थे तब यह कांड हुआ जिसमें नियमों को अलग रखकर नौकरी के बदले जमीन की डील हुई और औने-पौने दाम में महंगी जमीन की रजिस्ट्री कराकर नौकरी आवंटित की गई. ईडी की तरफ से इस मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में पिछले दिनों चार्जशीट दाखिल की गई थी. इसमें सात आरोपी बनाए गए हैं जिसमें अमित कात्याल भी है जिसका नाम शामिल है. इसके साथ राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और हृदयानंद चौधरी का नाम इसमें शामिल है.
ईडी और सीबीआई दोनों इस केस में जांच कर रही है. ऐसे में यह ईडी की पहली चार्जशीट इस मामले में है जबकि सीबीआई की तरफ से इस मामले में तीन चार्जशीट दाखिल किया जा चुका है. ऐसे में ईडी की टीम ने पूछताछ के लिए लालू यादव और तेजस्वी यादव को कई बार नोटिस भी दिया है.