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राष्ट्रपति की मौजूदगी में कल से सूरजकुंड मेला शुरू

राष्ट्रपति की मौजूदगी में कल से सूरजकुंड मेला शुरू

2 फरवरी से फरीदाबाद में आयोजित होने वाले 37वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेले को लेकर सूरजकुंड स्थित होटल राजहंस में आज प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया और इस बार आयोजित होने वाले सूरजकुंड मेले को लेकर तमाम जानकारियां दी गईं.

कल से आयोजित होगा मेला
इस अवसर पर भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय सचिव एवं सूरजकुण्ड मेला अथॉरिटी की चेयरपेर्सन श्रीमती वी. विद्यावती की अध्यक्षता में हरियाणा सरकार के पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव एवं सूरजकुण्ड मेला अथॉरिटी के वाईस चेयरपर्सन एम.डी. सिन्हा तथा हरियाणा ट्यूरिज्म कॉर्पोरेशन के एमडी एवं सूरजकुण्ड मेला अथॉरिटी के चीफ ऐडमिनिस्ट्रेटर नीरज कुमार भी उपस्थित रहे और कल से आयोजित होने वाले 37 वे अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले को लेकर तमाम जानकारियां दीं.

राष्ट्रपति करेंगी उद्घाटन
पत्रकारों से बातचीत करते हुए हरियाणा सरकार के पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव एवं सूरजकुण्ड मेला अथॉरिटी के वाईस चेयरपर्सन एम.डी. सिन्हा ने बताया कि इस बार 37 वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले का शुभारंभ कल 2 फरवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोपहर 3:00 बजे करेंगी. उन्होंने बताया कि इस बार मेले का पार्टनर कंट्री तंजानिया होगा जबकि थीम स्टेट गुजरात रखा गया है. साथ ही इस बार 50 से भी ज्यादा देश मेले में शिरकत करेंगे. वहीं 800 हस्तशिल्पी भी अपनी कला के जौहर दिखाएंगे. इसके साथ भारत के तमाम राज्यों की संस्कृति कला और प्रस्तुति मेंला दर्शकों को देखने को मिलेगी. उन्होंने कहा कि आज सूरजकुंड मेला इंटरनेशनल मेला बन चुका है, जिसमें एक मिलियन से भी ज्यादा लोग मेला देखने पहुंचते हैं.

विश्व की संस्कृति देखने को मिलेगी
इसके अलावा दिल्ली में विदेशी दूतावास के लोग भी यहां खास तौर पर शिरकत करते हैं. उन्होंने कहा कि विदेशी आर्टिजन की कला और संस्कृति भी विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगी. मो सुना ने कहा कि मेले में आने वाले मेला दर्शक हस्तशिल्पियों के क्राफ्ट के लाइव नमूने भी देख पाएंगे कि वह किस तरह बनते हैं. इसके साथ-साथ भारत और पूरे विश्व की संस्कृति और कल यहां देखने को मिलेगी.
, इस मेले के बारे में जानकारी देते हुए एमडी सिंह ने बताया कि 18 दिन के इस मेले में लगभग 15 लाख दर्शक यहां पहुंचेंगे और इस बार भी पिछले साल की तरह ऑनलाइन टिकट की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा मौके पर भी टिकट लिए जा सकते हैं. साथ ही पार्किंग को लेकर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही व्यवस्थाएं रहेंगीं. उन्होंने अपील करते हुए यह कहा कि वह मेले में जरूर एक बार आएं और कला और संस्कृति के संगम का अनुभव करें.

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Author: pnews

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