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भोजपुरी भाषा का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात : अंकुश राजा

भोजपुरी भाषा का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात : अंकुश राजा

“पकड़ुआ बियाह” वेब सीरीज में काम करना रहा अभूतपूर्व : अनारा गुप्ता

मूल भाषा में उच्च गुणवत्ता वाला कंटेंट है चौपाल ओटीटी की विशेषता : संदीप बंसल

पटना, 1 मार्च 2024 : चौपाल ओरिजिनल भोजपुरी वेब सीरीज ‘पकड़ुआ बियाह’ को लेकर आज एमिटी यूनिवर्सिटी पटना में सीरीज के कास्ट सुपर स्टार अंकुश राजा और अनारा गुप्ता का प्रेस कांफ्रेंस आयोजित किया गया, जहां चौपाल ओटीटी के संस्थापक संदीप बंसल भी मौजूद रहे। इस अवसर पर वेब सीरीज ‘पकड़ुआ बियाह’ को लेकर विस्तृत चर्चा हुई और चौपाल ने स्थानीय छात्रों के लिए एमिटी विश्वविद्यालय पटना में इन-हाउस गतिविधियों का आयोजन किया। इन गतिविधियों में कविता स्लैम, पटकथा लेखन, नृत्य प्रतियोगिताएं, अभिनय प्रतियोगिताएं और बहुत कुछ के लिए ऑडिशन शामिल थे। ये सभी भोजपुरी भाषा में थे, चाहे वे गाने हों या जिन पर नृत्य किया गया हो, फिल्म के दृश्य जिन पर अभिनय किया गया हो, या कविता/पटकथा लेखन हो।

इससे पहले पत्रकारों से बातचीत में लोकप्रिय भोजपुरी अभिनेता और गायक, अंकुश राजा ने कहा कि “मैं भोजपुरी मनोरंजन उद्योग को फलते-फूलते देखकर रोमांचित हूं। इस भाषा का प्रतिनिधित्व करने वाले एक कलाकार के रूप में, यह मुझे गर्व से भर देता है। मेरी वेब सीरीज ‘पकड़ुआ बियाह’ चौपाल ओटीटी पर स्ट्रीम हो रही है। सभी भोजपुरी बोलने वालों को अवश्य देखना चाहिए। यह हमारी भाषा की प्रगति को खूबसूरती से दर्शाता है।” प्रसिद्ध भोजपुरी अभिनेत्री, डॉ. अनारा गुप्ता ने कहा, “इस उद्योग में काम करना मेरे लिए अविश्वसनीय रूप से फायदेमंद रहा है। ‘पकड़ुआ बियाह’ जैसी वेब सीरीज में योगदान करने का अवसर पाकर मैं सम्मानित महसूस कर रही हूं, जो अब ओटीटी चौपाल पर उपलब्ध है। आज मुझे छात्रों और मीडिया के साथ बातचीत बहुत अच्छी लगी।“

वहीं, संदीप बंसल ने कहा, ‘’चौपाल ने भोजपुरी कंटेंट तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। ‘पकड़ुआ बियाह’ भोजपुरी समुदाय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है – उनकी मूल भाषा में लगातार उच्च गुणवत्ता वाली कंटेंट प्रदान करने का एक वादा, हम न केवल कंटेंट, बल्कि असाधारण सामग्री प्रदान करने के लिए समर्पित हैं, जिसमें कभोजपुरी सिनेमा उद्योग के शीर्ष कलाकार शामिल हैं।“

गौरतलब है कि चौपाल भोजपुरी भाषा और इसकी मनोरंजन इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए काफी प्रयास कर रहा है। दुनिया भर में लगभग 33.3 मिलियन भोजपुरी बोलने वालों के साथ, अधिक क्षेत्रीय भाषा के कंटेंट की स्पष्ट मांग है। गुणवत्तापूर्ण स्थानीय कंटेंट बनाकर चौपाल का लक्ष्य न केवल भाषा को बढ़ाना है बल्कि स्थानीय प्रतिभाओं के लिए रोजगार के कई अवसर भी पैदा करना है। भोजपुरी कंटेंट को बढ़ावा देने और विस्तार करने के प्रति इसका समर्पण चौपाल द्वारा की गई पहलों से स्पष्ट है। चौपाल तीन भाषाओं पंजाबी, हरियाणवी और भोजपुरी में आपकी सभी नवीनतम और लोकप्रिय वेब सीरीज और फिल्मों के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन है। गड्डी जांदी ए छलांग मारदी (पंजाबी), शिकारी (पंजाबी), कैरी ऑन जट्टा 3 (पंजाबी), आउटलॉ (पंजाबी), पूर्वांचल (भोजपुरी), लंका में डंका (भोजपुरी), रोमियो राजा (भोजपुरी) ), उड़ान जिंदगी की (हरियाणवी), डीजे वाले बाबू (हरियाणवी), बलाए (हरियाणवी), स्कैम (हरियाणवी) आदि कुछ नाम ऐसे नाम हैं जो बेहतरीन कंटेंट में शामिल हैं।

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Author: pnews

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बिहार में क्यों बढ़ रहे हैं एड्स के मरीज? बिहार में इन दिनों एड्स के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राज्य के तीन जिले के लोग इस जानलेवा बीमारी से ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. वहीं बिहार में एड्स के मामलों में आई तेजी को देखकर स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है. राज्य के संक्रमित जिलों की अगर बात करें तो पश्चिम चंपारण के बेतिया अभी 3583 मरीज HIV पॉजिटिव पाए गए हैं तो दूसरी तरफ गोपालगंज जिले में भी 3000 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इन दो जिलों में लगातार बढ़ कहे संक्रमितों की संख्या को देखकर भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा संबंधित जिलों में युद्ध स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा बिहार के अरवल जिला में भी एड्स तेजी से पांव पसार रहा है. आलम ये है कि जिले में हर महीने 3 से 4 नए मरीज सामने आ रहे है. बिहार में लगातार बढ़ रहे एड्स के बीच आज हम आपको इससे मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं. एड्स की बीमारी ह्यूमन इम्यूनोडेफ़िशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होती है. जिस इंसान को एचआईवी हो जाता है वो उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है, जिससे संक्रमित को कई तरह की बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है. एचआईवी से संक्रमित इंसान के शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जिससे शरीर किसी भी संक्रमण से लड़ने की शक्ति खो देती है. एचआईवी वायरस हमेशा इंसान के शरीर में रहता है. इसके साथ ही एचआईवी संक्रमित मरीज में निमोनिया, कैंसर जैसी कई तरह की बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है.एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के भी बीमारी पड़ सकता है. ऐसे में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को जल्दी जांच करवाकर इलाज शुरू कर देना चाहिए. एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी दी जाती है. इसके साथ ही एचआईवी के संक्रमण से बचने ते लिए व्यक्ति को कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए.