मायावती होंगी प्रधानमंत्री का चेहरा? चुनाव से पहले INDIA अलायंस चल सकता है मास्टरस्ट्रोक
अब तक कांग्रेस, सपा और बसपा का गठबंधन नहीं हुआ है. लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने ‘एकला चलो’ की बात कही है लेकिन अब तीनों पार्टियां एक मंच पर आ सकती हैं. कहा जा रहा है कि अगले 8 दिन के भीतर यूपी में बड़ा राजनीतिक फेरबदल देखने को मिल सकता है. खबर है कि प्रियंका गांधी ने मायावती से फोन पर लंबी बातचीत की है. उन्हें लोकसभा चुनाव साथ में लड़ने के लिए मनाने की कोशिशें हुई हैं. कांग्रेस पार्टी चुनाव से ठीक पहले मास्टरस्ट्रोक चल सकती है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि मायावती को विपक्ष के INDIA अलायंस की तरफ से प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाया जा सकता है. कांग्रेस को उम्मीद है कि एक दलित चेहरा सामने आने से पीएम नरेंद्र मोदी को चुनौती दी जा सकती है.
साझा नहीं की है. सूत्र बता रहे हैं कि गठबंधन में मायावती को शामिल करने के लिए कांग्रेस और बसपा के नेताओं ने तीन दौर की चर्चा की है. विशेषज्ञों का कहना है कि प्रियंका गांधी और मायावती के बीच अच्छे रिश्ते हैं. पिछले साल सितंबर में यूपी की राजनीति को लेकर प्रियंका गांधी और मायावती के बीच बात हुई थी. सूत्र दावा कर रहे हैं कि हाल में लोकसभा चुनाव को लेकर भी प्रियंका और मायावती की टेलीफोन पर बातचीत हुई है.
25 सीटों पर लड़ सकती है बसपा
सूत्रों का दावा है कि फिलहाल कांग्रेस की तरफ से मायावती को गठबंधन में चुनाव लड़ने के लिए राजी किया जा रहा है. संकेत सकारात्मक हैं. सोनिया गांधी चाहती हैं कि मायावती के साथ गठबंधन अवश्य हो. पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस एक दलित चेहरे को प्रधानमंत्री के रूप में आगे करना चाहती है. यही वजह है कि पार्टी हाईकमान ने काफी पहले मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे किया था. हालांकि वह खुद पीछे हट गए. अब मायावती को मनाया जा रहा है. इसके अलावा गठबंधन के बाकी सहयोगियों को भी इसके लिए राजी किया जा रहा है. वैसे भी अखिलेश यादव और मायावती में हाल के महीनों में काफी तनातनी देखी गई थी. अटकलें लगाई जा रही हैं कि गठबंधन के तहत मायावती 25 सीटों पर चुनाव लड़ सकती हैं.
एक संभावना यह बन रही है कि चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही बहुजन समाज पार्टी गठबंधन में शामिल हो सकती है. कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि बसपा को गठबंधन में शामिल करने की चल रही बातचीत क कारण ही सपा की बाकी सीटों की घोषणा नहीं हो रही है. सपा ने 20 फरवरी के बाद एक भी सीट पर कैंडिडेट घोषित नहीं किया है. मायावती के साथ आने से कांग्रेस पूरे देश में दलित, वंचित, शोषित समेत गरीब तबकों को बड़ा संदेश दे सकती है.