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ड्यूटी से घर पहुंचे सिपाही ने रायफल से खुद को उड़ाया

ड्यूटी से घर पहुंचे सिपाही ने रायफल से खुद को उड़ाया

 

बरेली से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पर सिपाही अरूण यादव ने गोली आत्महत्या कर ली है. सिपाही ने सरकारी रायफल से गोली मारकर सुसाइड की है. घटना के बाद पूरे पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है. पुलिस इस केस को सुलझाने में जुटी हुई है. पुलिस घटना के हर पहलू को बारीकी से खंगाल रही है. पुलिस ने सिपाही के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेंज दिया है. घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है.

घटना सिरौली थाना क्षेत्र के थाना परिसर की है. यहां ड्यूटी खत्म करके अपने कमरे पर पहुंचे अरूण यादव ने पहले अपना मोबाइल स्विच ऑफ किया, कमरे का गेट अंदर से बंद किया और फिर खुद को गोली मार ली.गोली की आवाज सुनकर आसपास के पुलिस कर्मी पहुंचे. दरवाजा तोड़कर देखा. सूचना मिलते ही एसपी देहात मुकेश मिश्रा पहुंचे. जिला अमरोहा के थाना धनौरा के गांव फौलादपुर निवासी आरक्षी (1165) अरुण कुमार (पीएनओ-182123069) की पोस्टिंग बरेली के सिरौली थाने में थी. शुक्रवार को अरुण की डयूटी गुलड़िया मेले में थी. वहां से शाम 6:15 बजे डयूटी आफ करके अरुण इंसास लेकर सीधे अपने कमरे पर पहुंचा. थाना कैंपस में ही कमरा है

मौके पर पहुंची पुलिस ने जब कमरे का दरवाजा खोला तो सिपाही की लाश को पाया. गोली लगने की वजह से सिर का आधा हिस्सा गायब था. कमरे की दीबारों पर भी खून और मांस की चीथड़े चिपके हुए थे. अरुण ने आत्म हत्या क्यों की. इसके बारे में अधिकारी भी कुछ नहीं बता सके. फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में लगी हुई है.

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Author: pnews

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बिहार में क्यों बढ़ रहे हैं एड्स के मरीज? बिहार में इन दिनों एड्स के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राज्य के तीन जिले के लोग इस जानलेवा बीमारी से ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. वहीं बिहार में एड्स के मामलों में आई तेजी को देखकर स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है. राज्य के संक्रमित जिलों की अगर बात करें तो पश्चिम चंपारण के बेतिया अभी 3583 मरीज HIV पॉजिटिव पाए गए हैं तो दूसरी तरफ गोपालगंज जिले में भी 3000 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इन दो जिलों में लगातार बढ़ कहे संक्रमितों की संख्या को देखकर भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा संबंधित जिलों में युद्ध स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा बिहार के अरवल जिला में भी एड्स तेजी से पांव पसार रहा है. आलम ये है कि जिले में हर महीने 3 से 4 नए मरीज सामने आ रहे है. बिहार में लगातार बढ़ रहे एड्स के बीच आज हम आपको इससे मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं. एड्स की बीमारी ह्यूमन इम्यूनोडेफ़िशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होती है. जिस इंसान को एचआईवी हो जाता है वो उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है, जिससे संक्रमित को कई तरह की बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है. एचआईवी से संक्रमित इंसान के शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जिससे शरीर किसी भी संक्रमण से लड़ने की शक्ति खो देती है. एचआईवी वायरस हमेशा इंसान के शरीर में रहता है. इसके साथ ही एचआईवी संक्रमित मरीज में निमोनिया, कैंसर जैसी कई तरह की बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है.एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के भी बीमारी पड़ सकता है. ऐसे में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को जल्दी जांच करवाकर इलाज शुरू कर देना चाहिए. एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी दी जाती है. इसके साथ ही एचआईवी के संक्रमण से बचने ते लिए व्यक्ति को कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए.