सर्वेश्वर धाम शिवरात्रि महोत्सव का समापन किया गया। इस अवसर पर यजमान ने यज्ञ कुंड में पूर्णाहुति डालकर तथा विद्वान पुरोहितों द्वारा वैदिक विधि विधान से यज्ञ का समापन कराया गया। तत्पश्चात कलश विसर्जन किया गया। इस अवसर पर मंदिर में रखे हुए कलश को कुमारी कन्या तथा यजमानों के द्वारा सर्वेश्वर धाम सरोवर में प्रवाहित किया गया। 5 दिनों से चल रहे यज्ञ का इसके साथ ही समापन हो गया। पूरा इलाका वेदों की ध्वनि से गुंजायमान हो गया। इस अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या में मिथिला रत्न दिलीप दरभंगिया, प्रवीण सोनू,बीता यादव तथा उनके टीम के द्वारा भक्तिमय मैथिली संगीत का आयोजन किया गया। जिसमें उन्होंने एक से बढ़कर एक मैथिली भक्ति गीत गाकर लोगों का मनोरंजन किया। उनके द्वारा गया गया गीत मिथिला नगरिया हमार स्वर्ग से सुंदर, जहां उगाई छत पहले सूरज देव, मंडन आयाची राजा जनक के गांव, जेहने किशोरी मोरी तेहने किशोर है आदि गीतों से भरपूर मनोरंजन किया। लोग देर रात तक कार्यक्रम का आनंद उठाते रहे। इस अवसर पर मिथिला के पारंपरिक लोक नृत्य तथा भक्तिमय झांकी से भी लोगों का खूब मनोरंजन किया गया। सर्वेश्वर धाम सेवा संस्थान की ओर से राम किशोर राय ने सभी कलाकार को सम्मानित किया तथा इस समारोह में सहयोग करने के लिए सभी श्रद्धालु भक्तों का आभार जताया। उन्होंने शांतिपूर्ण समारोह संपन्न होने पर सभी स्वयंसेवक, भक्तों को धन्यवाद दिया तथा कहा कि आपके सतत सहयोग से ही इतने बड़े कार्यक्रम को शांतिपूर्वक संपन्न कराया गया। आप लोगों के दिन रात की मेहनत ही इतने बड़े कार्यक्रम को सफल बनाया। उन्होंने प्रशासन तथा मिडिया के बंधु का भी धन्यवाद किया। इसके कारण यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।