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बलुआहा में दो पक्षों में जमकर हुई मारपीट में बच्चा समेत 9लोग घायल हो गया है दो DMCH रेफर

बलुआहा में दो पक्षों में जमकर हुई मारपीट में बच्चा समेत 9लोग घायल हो गया है दो DMCH रेफर

बिहार के समस्तीपुर जिले के सिंघिया थाना क्षेत्र के बलुआहा ग्राम में दो पक्षों में जमकर हुई मारपीट में निबोध बच्चा समेत9लोग घायल हो गया है।जिसे परिजनों ने इलाज करवाने के लिए सिंघिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट करवाया ।सभी घायलों का पहचान थाना क्षेत्र के बलुआहा ग्राम के प्रथम पक्ष से मो0 रिजवान , मो0 इस्ताक, मो 0 मुन्ना मो 0 लालबाबू के निबोध बच्चा फातिमा दूसरे पक्ष से मो 0अब्बास के पत्नी सूबेदार खातून मो 0इद्रीस मो 0 गुफरान मो 0इसाक तथा मो 0सरफराज के रूप मे किया गया है।जहां उपस्थित डॉक्टर ने सभी घायलों का उपचार कर मो0 मुन्ना और और लालबाबु के निबोध बच्चे का स्थिति गंभीर रहने पर DMCH रेफर कर दिया है। मारपीट की घटना के बारे में बताया गया की मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए दोनो तरफ से मारपीट किया गया है

 

pnews
Author: pnews

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बिहार में क्यों बढ़ रहे हैं एड्स के मरीज? बिहार में इन दिनों एड्स के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राज्य के तीन जिले के लोग इस जानलेवा बीमारी से ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. वहीं बिहार में एड्स के मामलों में आई तेजी को देखकर स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है. राज्य के संक्रमित जिलों की अगर बात करें तो पश्चिम चंपारण के बेतिया अभी 3583 मरीज HIV पॉजिटिव पाए गए हैं तो दूसरी तरफ गोपालगंज जिले में भी 3000 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इन दो जिलों में लगातार बढ़ कहे संक्रमितों की संख्या को देखकर भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा संबंधित जिलों में युद्ध स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा बिहार के अरवल जिला में भी एड्स तेजी से पांव पसार रहा है. आलम ये है कि जिले में हर महीने 3 से 4 नए मरीज सामने आ रहे है. बिहार में लगातार बढ़ रहे एड्स के बीच आज हम आपको इससे मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं. एड्स की बीमारी ह्यूमन इम्यूनोडेफ़िशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होती है. जिस इंसान को एचआईवी हो जाता है वो उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है, जिससे संक्रमित को कई तरह की बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है. एचआईवी से संक्रमित इंसान के शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जिससे शरीर किसी भी संक्रमण से लड़ने की शक्ति खो देती है. एचआईवी वायरस हमेशा इंसान के शरीर में रहता है. इसके साथ ही एचआईवी संक्रमित मरीज में निमोनिया, कैंसर जैसी कई तरह की बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है.एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के भी बीमारी पड़ सकता है. ऐसे में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को जल्दी जांच करवाकर इलाज शुरू कर देना चाहिए. एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी दी जाती है. इसके साथ ही एचआईवी के संक्रमण से बचने ते लिए व्यक्ति को कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए.