शमसुद्दीन फरीदुन ने मात्र 4 लाख रुपये के लिए रूस में बिछा दी लाशें
मॉस्को (Moscow) की घटना के बाद रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) गुस्से में हैं और बदला लेने की बात कह रहे हैं. मॉस्को के क्रोकस सिटी हॉल में हुए हमले में मरने वालों की संख्या 143 तक पहुंच गई है. जबकि 145 लोग अभी भी घायल बताए जा रहे हैं. हमले की जांच कर रही रूसी एजेंसियों ने अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है जिनसे पूछताछ की जा रही है. इस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि आखिर किस वजह से ये हमलावर इस तरह के भयानक अटैक के लिए तैयार हो गए थे.
दरअसल, मॉस्को में हुए हमले के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को जिम्मेदार बताया है. पुतिन ने कहा कि हमले के बाद आतंकी यूक्रेन भागने की फिराक में थे और आतंकियों से जुड़े कई अहम सबूत उनके हाथ लगे हैं. पुतिन ने बताया कि हमले में शामिल सभी 4 आतंकी, जिन्होंने लोगों को मारा, पकड़ लिए गए हैं. आतंकी छिपने के लिए यूक्रेन की तरफ जा रहे थे, यूक्रेन की तरफ से उनके लिए बॉर्डर पार करने का रास्ता तैयार किया गया था.
पुतिन ने हमले पर दुख जताते हुए कहा कि ये हमला मॉस्को पर नहीं पूरे रूस पर है. और आतंकियों से जुड़े कई अहम सबूत भी उनके हाथ लगे हैं. पुतिन ने कहा कि मॉस्को में हमला करने वाले आतंकियों के सभी मददगारों को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पकड़े गए हमलावरों में एक ने पूछताछ में कबूल किया कि हां उसने लोगों को मारा है. उसने अपनी पैदाइश 17 सितंबर, 1998 की बताई. जब हमलावर से उसका नाम पूछा गया तो उसने अपना नाम शमसुद्दीन फरीदुन बताया.
महज 4 लाख के लिए सैकड़ों लोगों को मार डाला
इसके बाद हमलावर से पूछा गया कि उसने ऐसा क्यों किया? मासूम लोगों को मौत के घाट क्यों उतार दिया? इस हमलावर शमसुद्दीन फरीदुन ने बताया कि उसने यह सब पैसे के लिए किया. उसमें करीब 5 लाख रूबल यानी करीब साढ़े 4 लाख भारतीय रुपये देने का वादा किया गया था.
फिर हमलावर से पूछा गया कि क्या बीते 4 मार्च को तुम तुर्की में थे. तो उसने हां में जवाब दिया. हमलावर ने ये भी बताया कि उन्हें जानकारी दी गई थी कि हथियार कहां हैं. उन्हें कहां से लेने हैं.