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सिंघिया में जमीनी विवाद में फांसी लगाकर जान मारने की शिकायत थाने में किया गया है

सिंघिया में जमीनी विवाद में फांसी लगाकर जान मारने की शिकायत थाने में किया गया है

बिहार के समस्तीपुर जिले के सिंघिया थाना क्षेत्र के हरिपुर ग्राम में जमीनी विवाद को लेकर एक व्यक्ति को फांसी लगाकर जान मारने का मामला प्रकाश में आया है ।स्थानीय पुलिस पदाधिकारी के सहयोग से जान बचा।इस मामले में हरिपुर ग्राम के बाबू साहेब साहू ने बताया की पूर्व से चल रहा जमीनी विवाद को लेकर मेरे पड़ोसी राजू साहू ने अन्य लोगो के साथ मिलकर मुझे जान मारने की नियत से गले में फांसी लगाकर मार रहा था उसकी पत्नी ने भी बताई की मेरे पति से साथ काफी मारपीट किया गया है जब थाना को सूचना दिया गया तब पुलिस प्रशासन को पहुंचने पर जान बचा है।वही थाना अध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया की लिखित शिकायत दिया गया है जांचो प्रांत विधि संवत कारवाई की जाएगी

 

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Author: pnews

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बिहार में क्यों बढ़ रहे हैं एड्स के मरीज? बिहार में इन दिनों एड्स के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राज्य के तीन जिले के लोग इस जानलेवा बीमारी से ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. वहीं बिहार में एड्स के मामलों में आई तेजी को देखकर स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है. राज्य के संक्रमित जिलों की अगर बात करें तो पश्चिम चंपारण के बेतिया अभी 3583 मरीज HIV पॉजिटिव पाए गए हैं तो दूसरी तरफ गोपालगंज जिले में भी 3000 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इन दो जिलों में लगातार बढ़ कहे संक्रमितों की संख्या को देखकर भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा संबंधित जिलों में युद्ध स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा बिहार के अरवल जिला में भी एड्स तेजी से पांव पसार रहा है. आलम ये है कि जिले में हर महीने 3 से 4 नए मरीज सामने आ रहे है. बिहार में लगातार बढ़ रहे एड्स के बीच आज हम आपको इससे मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं. एड्स की बीमारी ह्यूमन इम्यूनोडेफ़िशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होती है. जिस इंसान को एचआईवी हो जाता है वो उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है, जिससे संक्रमित को कई तरह की बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है. एचआईवी से संक्रमित इंसान के शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जिससे शरीर किसी भी संक्रमण से लड़ने की शक्ति खो देती है. एचआईवी वायरस हमेशा इंसान के शरीर में रहता है. इसके साथ ही एचआईवी संक्रमित मरीज में निमोनिया, कैंसर जैसी कई तरह की बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है.एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के भी बीमारी पड़ सकता है. ऐसे में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को जल्दी जांच करवाकर इलाज शुरू कर देना चाहिए. एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी दी जाती है. इसके साथ ही एचआईवी के संक्रमण से बचने ते लिए व्यक्ति को कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए.