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*जन्म दिवस के पूर्व संध्या पर ज्योतिबा फुले का जयंती समारोहपूर्वक मनाया गया

*जन्म दिवस के पूर्व संध्या पर ज्योतिबा फुले का जयंती समारोहपूर्वक मनाया गया*

समस्तीपुर : सामाजिक बराबरी के दुर्धर्ष योद्धा ज्योतिबा फुले का 197वां जन्म दिवस के पूर्व संध्या पर बुधवार को ताजपुर प्रखंड क्षेत्र के मोतीपुर खैनी गोदाम पर फुले जयंती समारोह पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम का शुरूआत ज्योतिबा फुले की याद में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दिया गया। तत्पश्चात उपस्थित भाकपा माले कार्यकर्ताओं द्वारा उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया ।‌ मौके पर ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में संकल्प सभा का आयोजन किया गया। वहीं राजदेव प्रसाद सिंह, संजीव कुमार, अनील शर्मा, शिवनारायण सिंह, अमर कुमार सिंह, धीरेंद्र शर्मा, सुनील शर्मा, उपेंद्र शर्मा, चंदन शर्मा आदि ने सभा को संबोधित किया । सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि ज्योतिबा फुले (11 अप्रैल 1827-28 नवंबर 1890) समाज सुधारक, समाज प्रबोधक, विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रांतिकारी कार्यकर्ता थे । वे पिछड़े वर्गों के लोगों में शिक्षा का अलख जगाया जबकि उनकी पत्नी सावित्री बाई फुले महिलाओं में शिक्षा का अलख जगाया। पिछड़े समाज एवं महिलाओं को शिक्षा की शुरुआत करने वालों के रूप में उन्हें याद किया जाता है । वे महिला-पुरुषों के बराबरी के भी हिमायती थे और इसी उद्देश्य से उन्होंने सत्य शोधक समाज नामक संस्था का गठन किया था । माले नेता ने कहा कि आज बराबरी का संदेश देने वाला संविधान एवं लोकतंत्र को समाप्त करना चाहती है । मौलिक अधिकार पर हमला कर रही है‌ । धर्म के नाम पर लोगों में विभेद पैदा करने पर तुली है । ऐसे में ज्योतिबा फुले से प्रेरणा लेकर लोकतंत्र बचाओ – संविधान बचाओ का संकल्प लेकर 2024 लोकसभा चुनाव में जुमला परोसने वाले को सत्ता से बेदखल करने के अभियान को तन-मन-धन से सहयोग करना चाहिए ।

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Author: pnews

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बिहार में क्यों बढ़ रहे हैं एड्स के मरीज? बिहार में इन दिनों एड्स के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राज्य के तीन जिले के लोग इस जानलेवा बीमारी से ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. वहीं बिहार में एड्स के मामलों में आई तेजी को देखकर स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है. राज्य के संक्रमित जिलों की अगर बात करें तो पश्चिम चंपारण के बेतिया अभी 3583 मरीज HIV पॉजिटिव पाए गए हैं तो दूसरी तरफ गोपालगंज जिले में भी 3000 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इन दो जिलों में लगातार बढ़ कहे संक्रमितों की संख्या को देखकर भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा संबंधित जिलों में युद्ध स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा बिहार के अरवल जिला में भी एड्स तेजी से पांव पसार रहा है. आलम ये है कि जिले में हर महीने 3 से 4 नए मरीज सामने आ रहे है. बिहार में लगातार बढ़ रहे एड्स के बीच आज हम आपको इससे मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं. एड्स की बीमारी ह्यूमन इम्यूनोडेफ़िशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होती है. जिस इंसान को एचआईवी हो जाता है वो उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है, जिससे संक्रमित को कई तरह की बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है. एचआईवी से संक्रमित इंसान के शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जिससे शरीर किसी भी संक्रमण से लड़ने की शक्ति खो देती है. एचआईवी वायरस हमेशा इंसान के शरीर में रहता है. इसके साथ ही एचआईवी संक्रमित मरीज में निमोनिया, कैंसर जैसी कई तरह की बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है.एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के भी बीमारी पड़ सकता है. ऐसे में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को जल्दी जांच करवाकर इलाज शुरू कर देना चाहिए. एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी दी जाती है. इसके साथ ही एचआईवी के संक्रमण से बचने ते लिए व्यक्ति को कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए.