Follow Us

अंधविश्वास का शिकार बने चमगादड़

अंधविश्वास का शिकार बने चमगादड़

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में वन विभाग की टीम ने तंत्र-मंत्र के लिए चमगादड़ों की तस्करी करते हुए चार आरोपियों को पकड़ा है. आरोपी स्विफ्ट डिजायर कार में चमगादड़ों को ले जा रहे थे. आरोपियों से पूछताछ के दौरान वन विभाग को पता चला कि ये लोग चमगादड़ से तांत्रिक क्रिया करके पैसे ऐंठने के लिए उसे पूर्वी कालीभीत के जंगल में ले जा रहे थे.
अंधविश्वास का शिकार बने चमगादड़
पुलिस ने उनके पास से पूजा की सामग्री और कुछ मात्रा में गोंद भी बरामद किया है. सभी आरोपी खंडवा के भील खेड़ी गांव के रहने वाले हैं. जिस कार में चमगादड़ों का परिवहन किया जा रहा था वह ग्रामीण स्तर के भाजपा नेता की बताई जा रही है.

5 जिंदा चमगादड़ और गोंद बरामद
खंडवा में वन विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली कि कुछ लोग सफेद कार में चमगादड़ों की तस्करी कर रहे हैं. वन विभाग की टीम ने उन्हें घेरकर पकड़ा तो उनके पास से 5 जिंदा चमगादड़ और करीब आठ किलो गोंद बरामद हुआ.
तांत्रिक क्रियाओं के लिए की तस्करी
आरोपियों से पूछताछ के बाद वन विभाग ने बताया कि ये लोग तांत्रिक साधना कर गड़ा धन निकालने के लिए काली घोड़ी जंगल में ले जा रहे थे. उसने जंगल में ही एक पंडित से तांत्रिक क्रिया के लिए बात की थी. वन विभाग ने चारों आरोपियों को वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया है. आपको बता दें कि वन विभाग ने चमगादड़ों को संरक्षित पशु श्रेणी दो में रखा है, जिनका शिकार और परिवहन किसी भी तरह से गैरकानूनी है.

pnews
Author: pnews

Leave a Comment

Read More

बिहार में क्यों बढ़ रहे हैं एड्स के मरीज? बिहार में इन दिनों एड्स के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राज्य के तीन जिले के लोग इस जानलेवा बीमारी से ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. वहीं बिहार में एड्स के मामलों में आई तेजी को देखकर स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है. राज्य के संक्रमित जिलों की अगर बात करें तो पश्चिम चंपारण के बेतिया अभी 3583 मरीज HIV पॉजिटिव पाए गए हैं तो दूसरी तरफ गोपालगंज जिले में भी 3000 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इन दो जिलों में लगातार बढ़ कहे संक्रमितों की संख्या को देखकर भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा संबंधित जिलों में युद्ध स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा बिहार के अरवल जिला में भी एड्स तेजी से पांव पसार रहा है. आलम ये है कि जिले में हर महीने 3 से 4 नए मरीज सामने आ रहे है. बिहार में लगातार बढ़ रहे एड्स के बीच आज हम आपको इससे मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं. एड्स की बीमारी ह्यूमन इम्यूनोडेफ़िशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होती है. जिस इंसान को एचआईवी हो जाता है वो उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है, जिससे संक्रमित को कई तरह की बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है. एचआईवी से संक्रमित इंसान के शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जिससे शरीर किसी भी संक्रमण से लड़ने की शक्ति खो देती है. एचआईवी वायरस हमेशा इंसान के शरीर में रहता है. इसके साथ ही एचआईवी संक्रमित मरीज में निमोनिया, कैंसर जैसी कई तरह की बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है.एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के भी बीमारी पड़ सकता है. ऐसे में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को जल्दी जांच करवाकर इलाज शुरू कर देना चाहिए. एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी दी जाती है. इसके साथ ही एचआईवी के संक्रमण से बचने ते लिए व्यक्ति को कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए.