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खगड़िया में चिराग पासवान की बड़ी माँ राजकुमारी देवी ने संजय कुशवाहा को माला पहनाकर दिया जीत का आशीर्वाद*

*खगड़िया में चिराग पासवान की बड़ी माँ राजकुमारी देवी ने संजय कुशवाहा को माला पहनाकर दिया जीत का आशीर्वाद*

 

 

खगड़िया लोकसभा का चुनाव ज्यों ज्यों नजदीक आते जा रहा है त्यों त्यों प्रत्याशियों की धड़कने तेज होते जा रहा है। खगड़िया लोकसभा में तीसरे चरण के चुनाव में 7 मई को मतदान होना है। खगड़िया लोकसभा से कुल 12 प्रत्याशी में डॉ. रवि कुमार, राजेश वर्मा, संजय कुमार कुशवाहा, अजय कुमार, आसिफ इमाम, कंचन माला, चन्द्र किशोर ठाकुर, पिंकू कुमार, दीनानाथ चंद्रवंशी, प्रियदर्शी दिनकर, रुपम देवी एवं सोनू कुमार चुनावी मैदान में जोर आजमाइश कर रहे हैं। खगड़िया लोकसभा में जाति को लिया जाए तो सबसे ज्यादा यादव जाति के करीब साढ़े तीन लाख वोटर्स हैं तो मुस्लिम वोटर्स डेढ़ लाख के करीब हैं तो मल्लाह वोटर्स भी डेढ़ लाख के करीब हैं तो वहीं कोयरी कुर्मी वोटर्स ढ़ाई लाख के करीब हैं तो वहीं सवर्ण जाति के डेढ़ लाख करीब वोटर्स हैं तो पचकोनियां एवं दलित महादलित के छ: लाख के करीब वोटर्स हैं । वहीं खगड़िया लोकसभा के 2019 चुनाव के विजेता एवं उपविजेता 2024 के चुनाव में इण्डिया गठबंधन का हिस्सा बनकर संजय कुशवाहा के लिए वोट एकत्रित कर रहे हैं। जिससे खगड़िया का चुनाव काफी रोचक हो गया है । इस चुनाव में मुख्य रूप से इण्डिया गठबंधन के संजय कुमार कुशवाहा एवं एनडीए गठबंधन के राजेश वर्मा के बीच सीधा मुकाबला होना तय माना जा रहा है। वैसे 2024 के लोकसभा चुनाव में खगड़िया लोकसभा सीट से जहाँ एक तरफ लोजपा (रा) पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से अपने प्रत्याशी राजेश वर्मा को जीत दिलाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इण्डिया गठबंधन के प्रत्याशी सीपीआई (एम) के प्रत्याशी संजय कुमार को जीत के लिए कोई कोर कसर छोड़ने की फिराक में नहीं है । इण्डिया गठबंधन ने खगड़िया लोकसभा में जाति समीकरण को देखते हुए अपने उम्मीदवार के रूप में संजय कुमार कुशवाहा को खगड़िया लोकसभा सीट से सीपीआई (एम) पार्टी से मैदान में उतारा है । ऐसे में लोजपा (रा) प्रत्याशी राजेश वर्मा को खगड़िया के किले को फतह कर पाना आसान नहीं होगा । क्योंकि खगड़िया लोकसभा सीट पर स्थानीय उम्मीदवार को नहीं देना चिराग पासवान के लिए सिर दर्द बन चुका है । दिवंगत रामविलास पासवान के गृह जिला खगड़िया में लोजपा (रा) प्रमुख चिराग पासवान के लिए एक तरफ जहाँ खगड़िया लोकसभा सीट पर अपने घटक दल के नेताओं का विरोध का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं चिराग पासवान को अपने घर में भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। चिराग पासवान की बड़ी माँ, पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान की बड़ी पत्नी राजकुमारी देवी ने इण्डिया गठबंधन के प्रत्याशी संजय कुमार कुशवाहा को माला पहनाकर जीत का आशीर्वाद दिया है। इसको लेकर लोजपा (रा) पार्टी में तरह तरह का चर्चा होना शुरू हो गया है। अब चिराग पासवान के लिए अपने पिता के गृह जिला खगड़िया लोकसभा सीट प्रतिष्ठा बन चुका है तो वहीं दूसरी तरफ लोजपा (रा) प्रत्याशी को लेकर खगड़िया लोकसभा में लोजपा (रा) पार्टी समेत एनडीए गठबंधन के सहयोगियों को भी सहेजना खगड़िया लोकसभा में चिराग पासवान के लिए टेढ़ी खीर के समान हो चला है । हलांकि एनडीए गठबंधन की तरफ से एक जुटता की बात कही जा रही है । लेकिन इसके बाबजूद भी बताया जा रहा है कि पार्टी प्रत्याशी को लेकर कुछ लोजपा (रा) खेमा, कुछ जदयू खेमा तो कुछ भाजपा खेमा में भी प्रत्याशी को लेकर चिराग पासवान के प्रति नराजगी चल रहा है । हाल ही में खगड़िया लोकसभा से 2014 एवं 2019 के लोजपा से रहे निवर्तमान सांसद चौधरी महबूब अली कैसर लोजपा को छोड़कर महागठबंधन के राजद में शामिल होकर चिराग पासवान को एक बड़ा चुनौती दिया दे दिया है । अब देखना है कि इस सब चुनोतियों को स्वीकार करते हुए चिराग पासवान अपने गृह जिला खगड़िया से एनडीए गठबंधन को हैट्रिक जीत दिला पाते हैं कि नहीं? चुनावी तपीश में सभी प्रत्याशी अपना – अपना जोर आजमाइश में दिन रात एक किये हुए हैं । खगड़िया लोकसभा में दबी जुबान को लिया जाए तो पार्टी प्रत्याशी को अपनों से ही भीतरघात का सामना से इंकार नहीं किया जा सकता है । क्योंकि घटक दलों के नेताओं में ही अपने अपने सम्मान को लेकर एक दूसरे से नराजगी चल रही है । जिसका खामियाजा पार्टी प्रत्याशी को चुनाव में भुगतना पड़ेगा । ऊंट किस करवट बैठेगा ये तो 7 मई को ही पता चलेगा कि खगड़िया लोकसभा की जनता किस ओर करवट लेंगे । जनता का खामोशी पार्टी प्रत्याशी के धड़कन को तेज कर रखा है । चुनाव को लेकर अभी तक ग्रामीण जनता में उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है ।

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Author: pnews

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