Follow Us

रक्सौल में 60 लाख नेपाली और 34 लाख भारतीय रुपये बरामद

रक्सौल में 60 लाख नेपाली और 34 लाख भारतीय रुपये बरामद

बिहार लोकसभा चुनाव को लेकर मोतिहारी प्रशासन पूरी तरह सख्त एवं एक्टिव मोड पर है. चुनाव में किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हो इसके लिए प्रशासन किसी तरह की चूक नहीं करना चाह रही है. इसी कड़ी में मोतिहारी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर इंडिया नेपाल बॉर्डर का शहर रक्सौल के एक मिट्ठा व्यवसायी के घर से इंडियन और नेपाली रुपये मिलाकर कुल करीब 94 लाख रुपया सहित नोट गिनने का मशीन बरामद किया है. रक्सौल शहर के नागा रोड के अमरीश गुप्ता के घर से 60 लाख नेपाली रुपया और 34 लाख भारतीय पैसे बरामद की गई है.
अमरीश गुप्ता के घर आज सुबह सदर एएसपी शिखर चौधरी के नेतृत्व में मोतिहारी से पुलिस की टीम रक्सौल पहुंची थी. सुबह करीब 9 बजे रक्सौल के नागा रोड के एक घर पर पुलिस ने छापेमारी किया. घर की तलाशी के दौरान बेडरूम और ड्राइंग हॉल से करीब 94 लाख रुपया कैश बरामद हुआ है. घर में रखे रुपए और नोट गिनने के मशीन के बाबत पुलिस की पूछताछ में अमरीश गुप्ता कुछ भी नहीं बता पा रहा था. जिसके बाद पुलिस की सख्ती के आगे अंततः अमरीश ने बताया कि वो मिट्ठा व्यवसाय की आड़ में भारतीय और नेपाली रुपया बदलने का कारोबार करता है.

सदर एएसपी शिखर चौधरी के नेतृत्व में एक टीम अमरीश गुप्ता के घर पर तो दूसरी टीम मिट्ठा दुकान पर छापेमारी की है. अमरीश गुप्ता और उसके पिता ध्रुव गुप्ता के मिट्ठा व्यवसाय की आड़ में हवाला और सटही काउंटर चलाने की चर्चा है. सटही काउंटर चलाने वाले सूत्रों की मानें तो प्रत्येक रविवार को लगभग सभी सटही काउंटर चलाने वाले के पास भारतीय और नेपाली रुपया रहता है. प्रत्येक शनिवार को नेपाल से कलेक्शन कर नेपाली रुपया रक्सौल के हवाला कारोबारी और सटही दुकानदार के पास आता है. रक्सौल में नेपाली रुपया बदलने वाले अवैध सटही दुकानदारों के घरों पर अगर छापेमारी हो तो उनके पास से भी लाखों रुपया बरामद हो सकता है. बता दें कि Zee मीडिया ने कुछ दिनों पहले ही रक्सौल में नेपाली और भारतीय रुपया बदलने का खुलेआम चल रहे सटही काउंटर का खुलासा किया था.

 

pnews
Author: pnews

Leave a Comment

Read More

बिहार में क्यों बढ़ रहे हैं एड्स के मरीज? बिहार में इन दिनों एड्स के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राज्य के तीन जिले के लोग इस जानलेवा बीमारी से ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. वहीं बिहार में एड्स के मामलों में आई तेजी को देखकर स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है. राज्य के संक्रमित जिलों की अगर बात करें तो पश्चिम चंपारण के बेतिया अभी 3583 मरीज HIV पॉजिटिव पाए गए हैं तो दूसरी तरफ गोपालगंज जिले में भी 3000 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इन दो जिलों में लगातार बढ़ कहे संक्रमितों की संख्या को देखकर भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा संबंधित जिलों में युद्ध स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा बिहार के अरवल जिला में भी एड्स तेजी से पांव पसार रहा है. आलम ये है कि जिले में हर महीने 3 से 4 नए मरीज सामने आ रहे है. बिहार में लगातार बढ़ रहे एड्स के बीच आज हम आपको इससे मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं. एड्स की बीमारी ह्यूमन इम्यूनोडेफ़िशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होती है. जिस इंसान को एचआईवी हो जाता है वो उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है, जिससे संक्रमित को कई तरह की बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है. एचआईवी से संक्रमित इंसान के शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जिससे शरीर किसी भी संक्रमण से लड़ने की शक्ति खो देती है. एचआईवी वायरस हमेशा इंसान के शरीर में रहता है. इसके साथ ही एचआईवी संक्रमित मरीज में निमोनिया, कैंसर जैसी कई तरह की बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है.एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के भी बीमारी पड़ सकता है. ऐसे में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को जल्दी जांच करवाकर इलाज शुरू कर देना चाहिए. एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी दी जाती है. इसके साथ ही एचआईवी के संक्रमण से बचने ते लिए व्यक्ति को कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए.