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शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक जी जरा चश्मा खोलकर 10+2हाई स्कूल लगमा को देखिए ,बच्चो की परेशानी

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक जी जरा चश्मा खोलकर 10+2हाई स्कूल लगमा को देखिए ,बच्चो की परेशानी

 

बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक जी जरा अपना चश्मा तो खोल कर देखिए इस सरकारी विद्यालय को जहां स्कूली बच्चों को भेड़ बकरी की तरह परेशानी उठाकर बैठना पड़ रहा है जी हां यह कोई काल्पनिक बात नही है हकीकत में यहां आकर इस बच्चे की स्थिति और परिस्थिति को भी तो झांक कर देखिए ।जबकि कई बार जिला शिक्षा पदाधिकारी समस्तीपुर , आरडीडी दरभंगा ,शिक्षा जन संवाद कार्यक्रम के दौरान एडीएम समस्तीपुर यहां आ चुके है फिर भी किसी प्रकार का परिवर्तन देखने को नहीं मिला है यह मामला बिहार के समस्तीपुर जिले के सिंघिया प्रखंड के अंतर्गत जहांगीरपुर पंचायत स्थित 10+2 हाई स्कूल लगमा का है जहा आज से 10से 15वर्ष पहले बड़े दूर दूर के छात्र पढ़ने आते थे आज यह विद्यालय मूल भूत सुविधा से वंचित रह गया है मात्र साढ़े तीन रूम के सहारे वर्ग 9से लेकर इंटर तक के छात्रों का पढ़ाई होता है जिस कारण बच्चो को बैठने के लिए बेंच डेक्स तो भूल जाइए नीचे फर्श पर बैठना पड़ रहा है कुछ बच्चे बेंच पर बैठा भी है तो काफी दिक्कत से ,जब बोर्ड या अन्य किसी प्रकार की कंपीटिशन की परीक्षा होती है तो एक बेंच पर मात्र 2छात्र को बैठाया जाता है और आज इस टेस्ट परीक्षा में एक बेंच पर क्षमता से अधिक बच्चो को बैठाकर परीक्षा लिया जा रहा है।वह भी इस भीषण गर्मी में।क्या हाल गुजरता होगा इस परीक्षार्थी बच्चो के साथ।जबकि पाठक जी ने मध्य विद्यालय, प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को बैठने के लिए बेंच डेक्स मुहैया करवाया है तो फिर इस हाई स्कूल के बच्चो के साथ ऐसी दोहरी नीति कर इस लाभ से वंचित क्यों किया गया है।मौके पर उपस्थित शिक्षक आलोक कुमार ने बताया की सरकार ने कुल 22शिक्षक को दिए है परंतु भवन की कमी है चारदीवारी की कमी है कुछ शौचालय की कमी है

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Author: pnews

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बिहार में क्यों बढ़ रहे हैं एड्स के मरीज? बिहार में इन दिनों एड्स के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. राज्य के तीन जिले के लोग इस जानलेवा बीमारी से ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. वहीं बिहार में एड्स के मामलों में आई तेजी को देखकर स्वास्थ्य विभाग में भी हड़कंप मच गया है. राज्य के संक्रमित जिलों की अगर बात करें तो पश्चिम चंपारण के बेतिया अभी 3583 मरीज HIV पॉजिटिव पाए गए हैं तो दूसरी तरफ गोपालगंज जिले में भी 3000 से ज्यादा पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं. इन दो जिलों में लगातार बढ़ कहे संक्रमितों की संख्या को देखकर भारत सरकार और बिहार सरकार द्वारा संबंधित जिलों में युद्ध स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. इसके अलावा बिहार के अरवल जिला में भी एड्स तेजी से पांव पसार रहा है. आलम ये है कि जिले में हर महीने 3 से 4 नए मरीज सामने आ रहे है. बिहार में लगातार बढ़ रहे एड्स के बीच आज हम आपको इससे मानव शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में बताने जा रहे हैं. एड्स की बीमारी ह्यूमन इम्यूनोडेफ़िशिएंसी वायरस (एचआईवी) के कारण होती है. जिस इंसान को एचआईवी हो जाता है वो उसके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देता है, जिससे संक्रमित को कई तरह की बीमारियों और संक्रमणों का खतरा बढ़ जाता है. एचआईवी से संक्रमित इंसान के शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाओं की संख्या कम हो जाती है, जिससे शरीर किसी भी संक्रमण से लड़ने की शक्ति खो देती है. एचआईवी वायरस हमेशा इंसान के शरीर में रहता है. इसके साथ ही एचआईवी संक्रमित मरीज में निमोनिया, कैंसर जैसी कई तरह की बीमारियां होने की संभावना भी बढ़ जाती है.एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के भी बीमारी पड़ सकता है. ऐसे में एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को जल्दी जांच करवाकर इलाज शुरू कर देना चाहिए. एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति को एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी दी जाती है. इसके साथ ही एचआईवी के संक्रमण से बचने ते लिए व्यक्ति को कंडोम का इस्तेमाल करना चाहिए.