दलित नर्स से दुष्कर्म मामले में बड़ा एक्शन, आरोपी डॉक्टर के परिवार पर चला योगी सरकार का चाबुक
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में दलित नर्स के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. प्रशासन ने आरोपी डॉक्टर शहनावाज के परिवार से जुड़े तीन मदरसों को सील कर दिया है. यह कार्यवाही प्रदेश सरकार द्वारा इस मामले को लेकर दिखाए जा रहे सख्त रुख का परिणाम है
सील किए गए तीनों मदरसों के प्रबंधक मामले के मुख्य आरोपी डॉक्टर शहनावाज के पिता शकील हैं. इन मदरसों में ‘मदरसा अरबिया सकलैनिया जमे उल बनत’, जटपुरा, ‘मदरसा अरबिया सकलैनिया जमे उल बनत’ राजपुर केसरिया, और ‘मदरसा अरबिया सकलैनिया जमे उल उलूम’, राजपुर केसरिया शामिल हैं. इनमें से दो मदरसे सरकारी भूमि पर स्थित हैं, जबकि ‘मदरसा अरबिया सकलैनिया जमे उल बनत’ जटपुरा प्राइवेट भूमि पर स्थापित था. इसमें एक छात्रावास भी मौजूद था.
जांच के बाद हुई सीलिंग
सीलिंग की यह कार्यवाही मुरादाबाद के अल्पसंख्यक अधिकारी, एसडीएम ठाकुरद्वारा मनी अरोड़ा, और सीओ ठाकुरद्वारा की मौजूदगी में की गई. बताया जा रहा है कि मदरसों के दस्तावेजों की प्रारंभिक जांच के बाद ही इन्हें सील किया गया है. अल्पसंख्यक विभाग और प्रशासनिक टीमों द्वारा मदरसों के पूरे दस्तावेजों की गहन जांच जारी है, ताकि मदरसों से संबंधित सभी पहलुओं की जानकारी प्राप्त की जा सके.
योगी सरकार ने इस मामले में कोई ढील न बरतते हुए यह सुनिश्चित किया है कि दोषियों को सजा मिले और उनकी संपत्तियों की भी जांच की जाए. मदरसों की सीलिंग को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों ने ज़ी मीडिया से बात करते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया जांच के उद्देश्य से मदरसों को सील किया गया है और जल्द ही जांच पूरी कर रिपोर्ट सरकार को सौंप दी जाएगी
यह सख्त कदम मुरादाबाद में दलित नर्स के साथ हुए दुष्कर्म के मामले से जुड़ा है, जिसमें डॉक्टर शहनावाज मुख्य आरोपी है. सरकार द्वारा इस मामले में की जा रही कार्रवाई यह दर्शाती है कि प्रदेश में कानून और व्यवस्था को बनाए रखने के लिए योगी सरकार कोई भी समझौता नहीं करेगी.