पटना के खान सर ने किया बड़ी खुलासा
बिहार के चर्चित शिक्षक खान सर ने 16 दिसंबर, 2024 दिन सोमवार को कई मुद्दों पर बयान दिया. उन्होंने टीचर से नेता बने अवध ओझा के बारे में प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि पढ़े लिखे लोगों को राजनीति में आना चाहिए. खान सर ने कहा कि अवध ओझा सीनियर टीचर हैं, अब वो राजनीति में गए हैं. मेरा मानना है कि पढ़े लिखे लोगों को राजनीति में आना चाहिए.
खान सर ने आगे कहा कि जहां तक मेरा सवाल है, मुझे बच्चों को पढ़ाने से फुर्सत नहीं है. साल 2024 में भी हमसे लोगों ने पूछा था. मैं साफ कर देता हूं कि 2025 में होने वाले चुनाव में दिलचस्पी नहीं है. हालांकि, सभी राजनीतिक दलों को अब अपने घोषणापत्र में विद्यार्थियों की बात रखनी पड़ेगी. एग्जाम का कैलेंडर कब निकलेगा? और प्री और मेन्स एग्जाम के बीच कितने दिन का अंतर होगा?
इस दौरान शिक्षक खान सर ने तबीयत खराब होने की वजह से बीते दिनों अस्पताल में भर्ती होने पर भी बयान दिया. उन्होंने कि पुलिस ने मेरे साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया था. खान सर ने बताया कि वो पिछले 1.5 महीने से बीमार चल रहे थे. इलाज के लिए उन्होंने कई बार सोचा, लेकिन बीपीएससी परीक्षा खत्म होने का इंतजार कर रहे थे. इस दौरान डब पटना में बीपीएससी को लेकर विरोध हो रहा था तब वो भी वहां पहुंचे थे. इसी दौरान उन्हें डिहाइड्रेशन और बुखार हो गया. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराय गया.
वहीं, बीपीएससी की तरफ से बापू परीक्षा परिसर केंद्र की परीक्षा रद्द करने पर खान सर ने कहा कि वहां पर हंगामा ज्यादा हुआ था, लेकिन बीपीएससी को एक कमेटी बनाकर और भी परीक्षा केंद्रों की सीसीटीवी जांच करनी चाहिए. हम लोग टीचर हैं और हमारे पास भी खबरें आती हैं, लेकिन हम जांच नहीं कर सकते. उनके पास अथॉरिटी है. बीपीएससी जैसी संवैधानिक संस्था को बच्चों के बीच साख भी बनानी है.