तिब्बत-नेपाल बॉर्डर पर 7.1 तीव्रता का भूकंप, 95 लोगों की मौत, भारत भी कांपा
राजधानी दिल्ली एनसीआर समेत देश के कई राज्यों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इसका सेंटर नेपाल-तिब्बत बॉर्डर बताया जा रहा है, जिसकी तीव्रता 7.1 बताई जा रही है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक 95 लोगों की जान चली गई है. भारत में यह दिल्ली एनसीआर के अलावा पश्चिम बंगाल और बिहार में झटके महसूस हुए. 7 जनवरी की तारीख को दो अन्य बड़े भूकंप के लिए भी जाना जाता है. आज ही के दिन 1994 में अमेरिका और 1995 में जापान की धरती कांपी थी. 20 साल पहले जापान में आए इस भूकंप में 6000 से ज्यादा लोगों की जान गई थी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार की सुबह पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, कूचबिहार में धरती कांपी. बंगाल के सिलीगुड़ी में सुबह 6:37 बजे 15 सेकंड तक धरती कांपती रही, जबकि जलपाईगुड़ी में 6.35 बजे भूकंप महसूस किया गया. बंगाल के अलावा बिहार की राजधानी पटना के अलावा कुछ और इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.
बताया जा रहा है कि जिस समय लोग सो रहे थे या फिर सोकर उठने की तैयारियां कर रहे थे तो अचानक धरती कांपने लगी. ऐसे में लोगों ने अचानक ठंड के एहसास को दूर किया और घरों से बाहर निकल गए. इसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहे हैं.
आज ही के दिन भूकंप से मरे थे 6000 से ज्यादा लोग
इससे पहले आज ही के दिन साल 1994 में नॉर्थ्रिज भूकंप ने लॉस एंजिल्स को हिलाकर रख दिया था. 6.7 तीव्रता के साथ आए भूकंप ने 57 लोगों की मौत हुई थी. इसके अलावा 9000 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे. एक अनुमान के मुताबिक इस भूकंप में 25 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था. इसके अलावा आज ही के दिन 1995 में जापान के कोबे (कोह-बे) शहर में 7.2 तीव्रता के भूकंप में 6,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे.