साइबर फ्रॉड कर पाकिस्तान भेजता था पैसा, जमुई से गिरफ्तार हुआ साइबर आतंकवादी
अलग-अलग स्कीम के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाकर उनका पैसा पाकिस्तान में हवाला करने वाले एक साइबर आतंकवादी को पुलिस ने जमुई जिले के लक्ष्मीपुर से गिरफ्तार किया गया है. उसके खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के अलावा विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश सुमन ने बताया कि पुलिस ने लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के मंगरार से राजीव सिंह, पिता मोहन सिंह को गिरफ्तार किया है. जो साइबर आतंकवाद का आरोपी है तथा उसकी संलिप्तता अवैध रूप से पाकिस्तान में वित्तीय अंतरण करने एवं साइबर आतंकवाद करने में सामने आई है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार साइबर आतंकवादी बिहार के अलावा महाराष्ट्र, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, झारखंड सहित कई राज्यों में वांछित है और वहां के साइबर अपराध में इसकी संलिप्तता रही है. गिरफ्तार अपराधी पर आतंकवाद एवं यूएपीए एक्ट भी लगाया गया था.
उन्होंने बताया कि इसकी गिरफ्तारी से पुलिस को अंतरराज्यीय एवं अंतर्राष्ट्रीय विधि विरुद्ध क्रियाकलाप, साइबर आतंकवाद एवं साइबर फ्रॉड के नेटवर्क को ध्वस्त करने में काफी मदद मिलेगी. इस मामले में पुलिस ने जून महीने में इसी गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था तथा उनके के पास से पाकिस्तान के अलग-अलग बैंक के कई चेक बुक का फोटो तथा 2 लाख 37 हजार 900 रुपया नकदी भी बरामद किया गया था.
पुलिस ने बीते 19 जून को लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के मंगरार गांव से ही बहादुर यादव के पुत्र श्रवण कुमार तथा प्रमोद सिंह के पुत्र अमरजीत कुमार को गिरफ्तार किया था. जबकि झाझा थाना क्षेत्र के चांय गांव से शिवनारायण सिंह के पुत्र रमेश कुमार को गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान इस नेटवर्क का संबंध पाकिस्तान साइबर गिरोह से मिला था. यह सभी अपराधी कौन बनेगा करोड़पति एवं लॉटरी लगने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके थे और यह पाकिस्तान में बैठे अपने आका के साथ लगातार संपर्क में थे. यह अपना कमीशन काटकर पाकिस्तान के अकाउंट में सारी रकम जमा कर देते थे. पकड़े गए अपराधियों का संबंध हवाला कारोबार से भी जुड़ा था.
गौरतलब है कि इस पूरे मामले में पाकिस्तान के आबिद नामक एक व्यक्ति का नाम सामने आया था. फिलहाल अब इस गिरफ्तार साइबर आतंकी से पुलिस पूछताछ कर रही है. छापेमारी दल में लक्ष्मीपुर थानाध्यक्ष राजवर्धन कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक विवेक कुमार चौधरी, पुलिस अवर निरीक्षक अरुण राय के अलावा जिला आसूचना इकाई के कर्मी एवं लक्ष्मीपुर थाना के सशस्त्र बल शामिल थे.