मजदूरों ने दवाई के लिए पैसे मांगे तो मारपीट की फिर बना लिया बंधक, भट्ठा मालिक पर FIR
करनाल के घरौंडा में एक भट्ठा मालिक पर मजदूरों ने आरोप लगाया है कि उसने उनके साथ मारपीट की और बंधक बनाकर भट्ठे पर रखा. मजदूरों ने इसकी शिकायत लेबर डिपार्टमेंट के अधिकारियों तक पहुंचाई, लेकिन कार्रवाई करने की बजाय वो भट्ठे मालिक से मिलकर वहां से चले गए. इसके बाद जब मजदूर भट्ठे मालिक के खिलाफ शिकायत लेकर थाने पहुंचे तो उन्हें कड़कड़ाती ठंड में थाने से बाहर बैठने के लिए बोल दिया गया, लेकिन भला हो रात्रि गश्त के नियम का जिसके तहत DSP साहब थाने पहुंचे तब जाकर शिकायत लिखी गई.
बंधक बनाने का आरोप
दरअसल, गांव कालरो के गणेश भट्ठा पर काम करने वाले मजदूरों ने भट्ठा मालिक और ठेकेदार पर जबरन बंधक बना कर रखने और मारपीट करने के आरोप लगाए हैं. मजदूरों का आरोप है कि रात के अंधेरे में उन्हें धक्के से दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा था, जब मजदूरों ठेकेदार की गुंडागर्दी का विरोध किया तो ग्रामीण भी मजदूरों के पक्ष आ गए, जिसके बाद हंगामा बढ़ गया. ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस सभी मजदूरों को ट्रेक्टर ट्राली सहित थाने लेकर आ गई. मजदूरों का आरोप है कि करीब एक सप्ताह पहले उन्होंने भट्ठा मालिक से दवाई के लिए पैसे मांगे थे लेकिन उन्हें पैसे नहीं दिए गए, जब उन्होंने भट्ठा छोड़ने की कोशिश की तो उन्हें जबरन बंधक बना कर मारपीट की
भट्ठा मालिक के खिलाफ शिकायत
थाने पहुंचे मजदूरों ने बताया कि उन्होंने भट्ठा मालिक के खिलाफ लेबर विभाग को शिकायत की थी. गुरुवार दिन के समय विभाग के अधिकारी भट्ठे पर आए, लेकिन वो मालिक से मिलकर वापस चले गए. मजदूरों का कहना है कि उन्होंने उनकी शिकायत नहीं सुनी, जिसके बाद शिकायत पाकर पुलिस उन्हें थाने लेकर आई, लेकिन उनकी शिकायत लिखने की बजाए उल्टा उन्हें थाने के बाहर बैठने को बोल दिया.
कड़कड़ाती ठंड में बैठा दिया थाने से बाहर
इसके बाद रात को डीएसपी सुरेश कुमार राउंड पर थाने पहुंचे. उन्होंने कड़कड़ाती ठंड में थाने के बाहर बैठे मजदूरों से कारण पूछा तो मालूम हुआ कि पुलिसकर्मी ने उन्हें यहां बिठाया है. मजदूरों की बात सुनकर डीएसपी सुरेश कुमार उन्हें थाना परिसर में लेकर गए और संबंधित पुलिसकर्मी को लताड़ लगाई. डीएसपी ने निर्देश दिए कि ठंड में मजदूरों को बाहर बिठाना गलत है. इनकी शिकायत सुनो और उसपर कार्रवाई भी करो.