इटली में पढ़ रहे छात्र की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत
पश्चिम सिंहभूम के गुआ से एक बड़ा मामला सामने आया है. यहां गुआ के एक छात्र की यूरोपियन देश इटली में संदेहास्पद मौत हो गयी है. छात्र की मौत 2 जनवरी को हुई थी, लेकिन छात्र के शव तक का पता घरवालों को नहीं मिल पाया है. छात्र की हत्या हुई है या फिर उसके साथ कोई हादसा हुआ है यह भी जानकारी नहीं दी जा रही है. मृतक छात्र के घरवालों को ना तो इटली के विदेश मंत्रालय से कोई मदद मिल पा रही है और ना ही भारत सरकार और झारखंड सरकार कोई खास मदद पीड़ित परिवार को पहुंचा पा रही है. मृतक छात्र के घर पर पिछले पांच दिनों से मातम छाया हुआ है.
जानकारी के मुताबिक मृतक छात्र पश्चिम सिंहभूम के सारंडा क्षेत्र के गुआ थाना क्षेत्र के नानक नगर का रहने वाला है. छात्र का नाम राम राउत है. राम राउत एमबीए की पढाई करने के लिए यूरोपियन देश इटली गया हुआ था. यहां वह एक किराये के मकान में रहता था. पिछले दिनों घरवालों ने नये साल एक जनवरी के दिन नव वर्ष की शुभकामना देने के लिए राम राउत को फोन किया था. लेकिन राम राउत ने फोन नहीं उठाया. जब इसकी जानकारी उन्होंने मकान मालिक से ली तो पता चला की राम राउत एक दूसरे के मकान में बाथरूम के अन्दर मृत पाया गया है.
लेकिन हैरत की बात यह है कि इटली के विदेश मंत्रालय से लेकर जिस कॉलेज में राम राउत पढाई करता था, किसी ने भी माता पिता को उसके मौत की खबर नहीं दी है, और ना ही उसके शव को अब तक इटली से भारत भेजा गया है.
राम राउत के घर में पांच दिनों से मातम का माहौल है. माता पिता और अन्य लोगों का रो रो कर बुरा हाल है. घरवालों ने सरकारी अधिकारी से लेकर राजनेताओं और जनप्रतिनिधियों से भी बेटे के शव को इटली से लाने की गुहार लगायी है, लेकिन कहीं से भी इनको कोई सकारात्मक मदद नहीं मिल पा रही है. जिससे पीड़ित परिवार काफी दुखी है.
राम राउत की मां बेटे की मौत की खबर से विचलित है, उनका मानसिक संतुलन भी बिगड़ चुका है. छात्र राम राउत की मौत कैसे हुई है, इसका भी कोई पता नहीं चल पाया है. राम राउत की हत्या हुई है या फिर उसके साथ कोई हादसा हुआ है. राम राउत के मौत का रहस्य अब तक बना हुआ है. कोई भी राम राउत को लेकर किसी भी प्रकार की जानकारी पिछले पांच दिनों से नहीं दे रहा है. राम राउत के पिता प्रभुनारायण राउत सभी लोगों से मदद की गुहार लगा रहे हैं ताकि उनके बेटे की मौत की सही वजह पता चल सके और उसका शव उनके घर तक पहुंच पाए. पश्चिम सिंहभूम के डीसी अनन्य मित्तल ने कहा है कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है और उनके द्वारा गृह विभाग और माइग्रेशन सेल को इसकी सूचना दे दी गयी है. अब तक इस मामले में क्या हुआ है वे लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं.