नीतीश और राजभर को ‘पलटूराम’ बताना अखिलेश को नागवार गुजरा, पोस्टर लगाने वाले नेता को निकाला
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को पलटू राम बताते हुए होर्डिंग लगाने वाले पूर्व सचिव युवजन सभा आशुतोष सिंह पर समाजवादी पार्टी ने बड़ी कार्रवाई की है. सपा ने अनुशासनहीनता व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने का आरोप लगाकर पूर्व सचिव युवजन सभा आशुतोष सिंह को निष्कासित कर दिया है. ये पोस्टर लखनऊ के सपा कार्यालय के बाहर लगाए गए थे.
इसके बाद सपा के कार्यालय प्रभारी अरविन्द कुमार सिंह ने आशुतोष सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. इसकी जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भी दी गई है. जिसमें बताया गया है कि आशुतोष सिंह (पूर्व प्रदेश सचिव समाजवादी पार्टी युवजन सभा) निवासी नगर पालिका परिषद मार्केट खलीलाबाद,संत कबीर नगर को अनुशासनहीनता एवं पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण समाजवादी पार्टी ने निष्कासित किया गया है.
नीतीश कुमार-ओपी राजभर को लेकर लगाया पोस्टर
दरअसल, महागठबंधन को छोड़कर एनडीए में शामिल होकर मुख्यमंत्री बनने वाले नीतीश कुमार को ‘पलटूराम’ और सपा की सहयोगी रह चुकी सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर से पार्टी को सावधान रहने को लेकर पार्टी कार्यालय के बाहर पोस्टर लगाए गए थे. पोस्टर में एक तरफ ओपी राजभर और दूसरी तरफ नीतीश कुमार की फोटो लगी थी और लिखा था, ‘राजनीति के दो पल्टूराम, जनता रहे इनसे सावधान.’
पार्टी ने किया निष्कासित
समाजवादी पार्टी के पूर्व सचिव युवजन सभा आशुतोष सिंह ने पोस्टर लगवाया था. समाजवादी पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता एवं पार्टी विरोधी गतिविधि मानते हुए निष्कासित कर दिया है. सपा के कार्यालय प्रभारी अरविन्द कुमार सिंह ने उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया.
ओपी राजभर ने दी प्रतिक्रिया
वहीं इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ओपी राजभर ने कहा कि अगर हम पलटू राम हैं तो अखिलेश यादव क्या हैं, आने वाली 27 फरवरी को जब राज्यसभा में वोटिंग होगी तो उनके यहां और पलटूराम बढ़ जाएंगे.