Search
Close this search box.

राष्ट्रपति पद से हटने के बाद क्या करेंगी द्रौपदी मुर्मू? जानकर रह जाएंगे हैरान

राष्ट्रपति पद से हटने के बाद क्या करेंगी द्रौपदी मुर्मू? जानकर रह जाएंगे हैरान

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजधानी पटना के बापू सभागार में चौथे कृषि मैप का शुभारंभ किया. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इसका शुभारंभ किया और बताया कि वे अपने राष्ट्रपति पद से हटने के बाद अपने गांव जाकर खेती करेंगी. मुख्यमंत्री नीतीश ने राष्ट्रपति से हर 4 महीने में बिहार आने का आग्रह किया था और इस पर राष्ट्रपति ने कहा कि बिहार भी मेरा राज्य है और वह किसान की बेटी हैं.

राज्यपाल ने सुझाव दिया कि योजनाएं कागजों पर नहीं रहनी चाहिए और इसे किसानों तक पहुंचाने के लिए कई उपायों की आवश्यकता है. वे इसे किसानों की बेहतर आय और फसल योजनाओं के माध्यम से हासिल करने के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं. सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि उनका लक्ष्य है कि 2025 तक हर खेत में पानी पहुंचाने का टारगेट हो. वे यह मानते हैं कि बिहार की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा कृषि है और चौथे कृषि मैप के माध्यम से बिहार की खुशहाली में सुधार होगा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बिहार में 3 दिनों के दौरे पर आए, जिनमें उन्होंने कृषि क्षेत्र के विकास के बारे में चर्चा की. उन्होंने इस मौके पर बिहार के कृषि मंत्री, किसानों और कृषि वैज्ञानिकों से मिलकर उनकी जरूरतों और मुद्दों के बारे में जानकारी प्राप्त की.

डिप्टी सीएम तेजस्वी ने बताया कि बिहार की बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए उनकी सरकार कई उपायों पर काम कर रही है और वे किसानों की बेहतर खुशहाली की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. इस कार्यक्रम में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, और कई विभागों के मंत्री और अधिकारी भी मौजूद थे, जो कृषि क्षेत्र के विकास के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बताया कि कृषि का विकास बिहार की खुशहाली के लिए महत्वपूर्ण है और उन्होंने किसानों के संघटन को बढ़ावा देने का समर्थन किया. इस समय बिहार कृषि क्षेत्र में सुधार की दिशा में कदम बढ़ा जा रहा है और किसानों के लिए बेहतर आय की प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण माध्यमों का उपयोग किया जा रहा है.

कार्यक्रम के दौरान बिहार के विभिन्न क्षेत्रों के किसान, कृषि वैज्ञानिक और सरकारी अधिकारी ने भी भाग लिया. साथ ही अपने विचार और आवश्यकताओं को साझा किया. इसके माध्यम से कृषि क्षेत्र की समस्याओं का समाधान ढूंढने की कदम बढ़ाया गया है. इस तरह के साक्षर और सरल भाषा में बिहार के कृषि क्षेत्र में विकास की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए राजधानी पटना में आयोजित कृषि मैप के शुभारंभ के महत्वपूर्ण पहलू को संक्षेपित रूप से प्रस्तुत किया गया है.

pnews
Author: pnews

Leave a Comment