चुनाव आयोग के पास भी है मीडिया मॉनिटरिंग टीम
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण का नामांकन खत्म हो गया है. अब दूसरे चरण के लिए आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. प्रत्याशी और नेता लगातार प्रचार कर रहे हैं. इसके लिए सोशल मीडिया का भी प्रयोग हो रहा है. लेकिन, कई बार इसके जरिए चुनावों में गलत खबर फैलाई जाती है. ऐसे में प्रशासन और चुनाव आयोग के सामने इन्हें रोकना एक चुनौती होती है. हालांकि, आयोग मीडिया मॉनिटरिंग टीम के जरिए इनपर लगाम लगाने की कोशिश करता है. इस संबंध में जानकारी दी मध्य प्रदेश चुनाव आयोग के ECO अनुपम राजन. आइये जानें कैसे काम करता है आयोग
आइटी एक्ट के तहत एक्शन
मध्यप्रदेश इलेक्शन कमिशनर, अनुपम राजन ने कहा कि फेक न्यूज फैलाने पर आईटी इक्ट के तहत मामला दर्ज हो सकता है. दोषी को तीन साल की सजा हो सकती है. सोशल मीडिया पर फेक न्यूज तैयार करना और फैलाने में भागीदार होना, दोनों अपराध कहलाएंगे. आईटी एक्ट की धारा 69(A) और धारा 79(3)(B) के तहत कारवाई होगी.
आयोग की तैयारी
आयोग ने 60 लोगों की टीम का गठन किया है. इसको मीडिया मॅानीटरिंग टीम नाम दिया गया है. इसका काम अखबार, टीवी और सोशल मीडिया में फैलती फेक न्यूज पर नजर रखना है. अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो इलेक्शन कमीशन उचित कार्रवाई करता है.
कैसे काम करती
टीम को तीन शिफ्टों में बांटा गया है. एक शिफ्ट में 20 लोगों की टीम काम करती है. इसका अलावा हर जिले में भी मॅानीटरिंग टीम का गठन किया गया है. हर शिफ्ट में काम करने वाले 20 लोगों की टीम को भी 3 हिस्सों में बांटा गया है. पहली टीम अखबार में छपि खबरों पर नजर रखती है. दूसरी न्यूज चैनलों को देखती है और तीसरी टीम सोशल मीडिया को देखती है.
काम करने का तरीका
– टीम का सदस्य हर खबर को देखेगा, गड़बड़ी मिलने पर इसकी जानकारी मौके पर मौजूद अधिकारी को देगा
– अधिकारी गड़बड़ी की जानकारी मुख्य निर्वाचन अधिकारी को देगा
– मुख्य निर्वाचन अधिकारी तुरंत एक्शन के लिए संबंधित जिले के निर्वाचन अधिकारी को निर्देश देगा
– जिला निर्वाचन अधिकारी एक्शन लेकर एक्शन टेकन रिपोर्ट स्टेट सीईओ को भेजेंगे
– एक्शन टेकन रिपोर्ट को स्टेट सीईओ क्रॉस वेरिफाई कर इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया को फॉरवर्ड कर देंगे
किन खबरों पर आयोग की नजर
आयोग पेड न्यूज पर भी सख्ती की बात कह रहा है. अखबार, टी.वी और सोशल मीडिया की खबरों के साथ आयोग इन्फ्लुएंसर्स पर भी नजर रखेगा. अगर उनमें कोई गड़बड़ी पाई गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.