आज 41वें दिन भी रोसड़ा को जिला का दर्जा दिलाने के लिए निश्चित कालीन धरना पर रोसड़ा अनुमंडल वासी युवा नेता सह अधिवक्ता मिश्रा विश्व बारूद के नेतृत्व में धरना दे रहे हैं। अनुमंडल वासियों ने कहा कि नेताओं ने 30 वर्षों से यहां की जनता को मुर्ख बनाकर वोट लिया है लेकिन कोई भी जन समस्या को दूर करने का इन लोगों के पास क्षमता नहीं है यहां की जनता त्रस्त है नेता सब मस्त हैं अगर इस बार रोसड़ा को जिला का दर्जा नहीं मिलता है तो रोसड़ा अनुमंडल वासी आने वाले चुनाव में वोट का बहिष्कार करेगी। तथा इस क्षेत्र में किसी भी राजनीतिक दल के नेताओं को घुसने तक नहीं दिया जाएगा। बताते चलें रोसड़ा अनुमंडल वासियों के द्वारा 11 सितंबर 2023 से जारी अनिश्चितकालीन धरना सिनेमा चौक स्थित टावर परिसर में दिया जा रहा है। इससे पूर्व भी 26 फरवरी 2020 से 18 दिनों तक अनिश्चितकालीन धरना मिश्रा विश्व बारूद के नेतृत्व में दिया गया था लेकिन राष्ट्रीय आपदा कोरोना महामारी आने की वजह से 14 फरवरी 2020 को धरना तत्काल स्थगित कर दिया गया था जो कि दोनों सत्र मिलकर आज 59 वां दिन भी धरना जारी है 2020 में चलने वाली अनिश्चितकालीन धरना में रोसड़ा विधानसभा 2020 के स्थानीय विधायक डॉ. अशोक कुमार धरनार्थियों से मिलने पहुंचे थे लेकिन तत्कालीन धरना पुनः प्रारंभ होने के पश्चात शासन व प्रशासन तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि के कोई व्यक्ति अभी तक धरनार्थियों से मिलने की जरूरत नहीं समझे है। धरनार्थियों में काफी आक्रोश है।राजनीति की इच्छा शक्ति के अभाव की वजह से आज तक संभव नहीं हो पाया है जबकि बड़े-बड़े राजनेताओं के द्वारा चुनावी जनसभा में जिला बनाने की बात लगातार 30 वर्षों से कही जा रही है लेकिन अभी तक रोसड़ावासियों का यह सपना दूर-दूर तक पूरा होता नहीं दिख रहा है। सभी दलों के नेताओं ने इस क्षेत्र की जनता को आश्वासन की घुट्टी हीं पिलाई है मात्र। सभी राजनीतिक दल के नेताओं पर क्षेत्र की जनता का विश्वास उठ चुका है। धरना में विकास कुमार राय, प्रशांत कुमार, सुबोध कुमार, पप्पू कुमार, राहुल कुमार, रवि कुमार, भोला कुमार, संतोष कुमार, प्रभाकर यादव, शुभम कुमार, प्यारे मोहन, अमित कुमार, मनोज सहनी, अशर्फी सहनी, अर्जुन सिंह,रंजीत महतो, सिकंदर यादव, रूमल कुमार यादव समेत दर्जनों लोग शामिल थे।