Search
Close this search box.

बैंक अधिकारी से 17 लाख की साइबर ठगी

बैंक अधिकारी से 17 लाख की साइबर ठगी

 

हाल के दिनों में ऑनलाइन धोखाधड़ी बहुत आम हो गई है. यहां पढ़े-लिखे लोग भी इसके शिकार बन रहे हैं. मध्य प्रदेश के इंदौर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला बैंक अधिकारी ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गई. हैरान करने वाली बात है कि बैंक अधिकारी और कर्मचारी खुद ऑनलाइन धोखाधड़ी के बारे में लोगों और ग्राहकों को सर्तक करते हैं, लेकिन यहां महिला बैंक अधिकारी साइबर अपराधियों के झांसे में आ गई.

मामले में इंदौर पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने एसबीआई बैंक के एक अधिकारी के साथ कुल 17 लाख रुपये की ऑनलाइन धोखाधड़ी की साजिश रची थी. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के अधिकारी के रूप में स्कैमर्स ने महिला को घर में ही नजरबंद कर दिया. बता दें कि राजस्थान में गिरफ्तार किए गए दोनों संदिग्धों ने कथित तौर पर देश भर में कई लोगों को ठगा है. इंदौर क्राइम ब्रांच वर्तमान में उनकी धोखाधड़ी गतिविधियों के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए पूछताछ कर रही है.

हाल ही में मध्य प्रदेश के ग्वालियर से भी इस तरह की घटना में कार्रवाई की गई है. शहर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक युवती से घर बैठे पार्ट टाइम जॉब दिलाने के नाम पर करीब 9 लाख रुपए की ठगी करने वाले साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. घटना 27 मार्च से लेकर 5 अप्रैल के बीच की है, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज करने में 3 महीने लगा दिए. पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. फिलहाल मामले की विवेचना शुरू कर दी गई है.

 

 

दरअसल, घास मंडी के जगनापुरा हरिओम स्कूल के पास रहने वाली नेहा कुशवाह नामक युवती के पास सोशल मीडिया नेटवर्क टेलीग्राम पर एक मैसेज आया था, जिसमें घर बैठे पार्ट टाइम जॉब दिलाने का झांसा दिया गया था. टेलीग्राम फोन पर ठग ने खुद को ऑनलाइन जॉब उपलब्ध कराने वाली कंपनी का कर्मचारी बताया था. नेहा कुशवाह इस कथित कर्मचारी की बातों में आ गई और उसने 27 मार्च से लेकर 5 अप्रैल के बीच अलग-अलग खातों में करीब 8 लाख 65 हजार रुपए से ज्यादा ट्रांसफर कर दिए.

बाद में जब युवती को न तो जॉब मिला और न ही अपने पैसे वापस मिले, तो उसने टेलीग्राम पर फोन करने वाले व्यक्ति से संपर्क करने की कोशिश की, जिसमें वह नाकाम रही. इसके बाद वह 3 महीने से पुलिस के चक्कर लगा रही थी, लेकिन पुलिस लगातार टालमटोल कर रही थी. वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क करने पर आखिरकार अब जाकर युवती की शिकायत दर्ज की जा सकी है. क्राइम ब्रांच पुलिस ने युवती द्वारा विभिन्न बैंकों में भेजी गई रकम सहित विभिन्न खातों की डिटेल निकालना शुरू कर दी है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही साइबर अपराध से जुड़े इन ठगों को गिरफ्तार किया जाएगा.

 

 

pnews
Author: pnews

Leave a Comment