आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में रविवार को हुए रेल हादसे में 13 लोगों की मौत हुई है
आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले में रविवार (30 अक्टूबर) को हुए रेल हादसे में 13 लोगों की मौत हुई है, जबकि 50 यात्री घायल हुए हैं. राहत व बचाव कार्य अभी भी जारी है. इस रेल हादसे के बाद रेलवे ने 13 ट्रेनों को रद्द, डायवर्ट या टर्मिनेट किया है. रेलवे ने कहा है कि हादसे की वजह से ट्रैक ब्लॉक हो गए हैं, जिन पर अभी मरम्मत का काम जारी है, जिसकी वजह से यहां से ट्रेन गुजर नहीं सकती है. रेलवे ने इसे मानवीय गलती बताया है. रेलवे ने बताया है कि विजयनगरम जिले के कांतकपल्ले में विशाखापत्तनम-रायगड़ा पैसेंजर स्पेशल ट्रेन ने शाम 7 बजे के करीब विशाखापत्तनम-पलासा पैसेंजर ट्रेन को पीछे से टक्कर मार दी. इसकी वजह से उसके चार डिब्बे पटरी से उतर गए
इस हादसे को मिलाकर इस साल तीन बड़े रेल हादसे हो चुके हैं. इससे पहले ओडिशा के बालासोर और बिहार के बक्सर में रेल हादसे ने कई घरों के चिराग बुछा दिए थे. रेलवे जहां इतनी तरक्की कर रही है, वहीं एक के बाद एक हो रहे हादसों ने देश को दहला दिया है. केंद्र सरकार भी इससे सकते मे हैं. आशंका ये भी लगाई जा रही है कि भारतीय रेलवे शायद किसी बड़ी साजिश का शिकार हो रही है. इसकी एक या दो नहीं, बल्कि कई वजह हैं. इन वजहों पर बात करें, उससे पहले सभी रेल हादसों पर एक नजर डाल लेते हैं.
2 जून को हुए बालासोर ट्रेन हादसे में तीन ट्रेनें आपस में टकराई थीं. इस हादसे में 292 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 1,208 यात्री घायल हुए थे. इस हादसे की जांच सीबीआई कर रही है. रेलवे की ओर से की गई जांच रिपोर्ट में सिग्नलिंग और दूरसंचार विभाग की खामियों को उजागर किया गया है. वहीं बक्सर में 11 अक्टूबर को दिल्ली-कामख्या ‘नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस’ के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 30 यात्री घायल हुए थे. रिपोर्ट के मुताबिक इस हादसे की वजह से 52 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.
बालासोर रेल हादसे को लेकर रेलवे ने जो जांच की है, उसमें ‘मानवीय चूक’ और कोरोमंडल एक्सप्रेस को ‘गलत सिग्नल’ दिए जाने की बात कही गई है. सीबीआई को भी जांच के दौरान इंसानी छेड़खानी की सबूत मिले हैं. वहीं बक्सर रेल हादसे में भी मानवीय गलती की बात कही गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा प्रतीत होता है कि पटरी में खामी की वजह से ट्रेन बेपटरी हुई है. अब विजयनगरम रेल हादसे में भी मानवीय गलती की बात सामने आई है.
ये तीनों हादसे शाम या रात के अंधेरे में हुए हैं. इससे भी किसी बड़ी साजिश की बू आ रही है. इसके अलावा देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं. चुनाव नजदीक आता है तो वैसे भी इंटेलिजेंस एजेंसियां आतंकी हमलों को लेकर अलर्ट जारी करती हैं. ऐसे में इन रेल हादसों को लेकर भी एक शंका हो रही है.
बालासोर रेल हादसे में 3 रेल कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है. उसमें अरुण कुमार महंत (जूनियर इंजीनियर) एमडी आमिर खान (जूनियर सेक्शन इंजीनियर) और पापु कुमार (तकनीशियन) शामिल हैं. इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादत हत्या) और 201 (अपराध के सबूतों को गायब करना, या अपराध को लेकर गलत जानकारी देना) भी जोड़ी गई है. इस हादसे के बाद रेलवे के साउथ ईस्टर्न जोन के कई अधिकारियों पर अब तक इसकी गाज गिर चुकी है. ईस्टर्न जोन की महाप्रबंधक अर्चना जोशी का ट्रांसफर कर दिया गया है. इसके अलावा सहायक महाप्रबंधक और मंडल रेल प्रबंधक समेत जोन के 5 सीनियर अधिकारियों का भी ट्रांसफर किया गया है.
