हसनपुर विधानसभा चुनाव: इंडिया और एनडीए के बीच समीकरण बिगाड़ने में लगे कई विपक्षी दल
समस्तीपुर से कृष्ण कुमार संजय की रिपोर्ट
बिहार के समस्तीपुर जिले के हसनपुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार का चुनावी मुकाबला बेहद रोचक और रोमांचक होने जा रहा है। हसनपुर सीट को पूरे बिहार की हॉट सीट माना जा रहा है। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से राजद उम्मीदवार तेज प्रताप यादव जो पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बड़े पुत्र था,ने जदयू के राजकुमार राय को लगभग 21 हजार वोटों से पराजित किया था।
इस बार 2025 के चुनाव में भी इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प मोड़ ले चुका है।
राजद से दो बार विधायक रह चुके सुनील कुमार पुष्पम की पत्नी माला पुष्पम पार्टी की उम्मीदवार हैं, जबकि जदयू ने अपने पुराने दांवपेंच के साथ दो बार के विधायक राजकुमार राय को फिर से मैदान में उतारा है।
वहीं एनडीए के वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पूरी ताकत झोंक रहे हैं। दूसरी ओर, राजद के वोटों को प्रभावित करने के लिए बिथान प्रखंड की पूर्व प्रमुख विभा देवी, जिन्हें राजद से टिकट नहीं मिला, अब बसपा के प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में हैं।
इसके साथ ही, एक सहनी प्रत्याशी भी मैदान में उतर कर मल्लाह समुदाय के वोटों को साधने की कोशिश में जुटा है, जिससे मुकाबला और भी पेचीदा हो गया है।
विश्लेषकों का मानना है कि इस बार हसनपुर सीट पर बहुकोणीय टक्कर देखने को मिलेगी, जहां हर दल अपने-अपने सामाजिक समीकरणों के सहारे जीत का रास्ता तलाश रहा है।
कुल मिलाकर, हसनपुर विधानसभा का यह चुनाव “कांटे की टक्कर” वाला साबित होने जा रहा है — और सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं कि आखिर कौन बनेगा हसनपुर का नया विधायक?






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