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November 7, 2025 6:29 am

कौन हैं NSG कमांडो सर्वेश कुमार सुमन? जिनकी बिहार ही नहीं पूरे देश में हो रही चर्चा

कौन हैं NSG कमांडो सर्वेश कुमार सुमन? जिनकी बिहार ही नहीं पूरे देश में हो रही चर्चा

देश हित में लाखों सुरक्षाकर्मी कार्यरत हैं। इनमें से कुछ ऐसे जांबाज है, जो अपनी ड्यूटी/कर्तव्य के दौरान अदम्य साहस का ऐसा परिचय देते है, जिसे जानकार और सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। लोग यह सोचने लगते है कि इतना साहस वाला काम असाधारण व्यक्तित्व, अदम्य साहस और देश के लिए कुछ कर गुजरने की जज्बा रखने वाला जवान ही कर सकता है। ऐसे जांबाजों में शामिल हैं सर्वेश कुमार सुमन। सर्वेश एक फिर पूरे देश में सुर्खियों में है।
राष्ट्रीय एकता दिवस पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से ‘गृहमंत्री दक्षता पदक- 2025’ के लिए चयन किए गए जांबाज सुरक्षाकर्मियों के नामों की घोषणा की गई है। इनमें एक नाम सर्वेश कुमार सुमन का भी शामिल है। फिलहाल सर्वेश सीआरपीएफ की 206 कोबरा बटालियन (एक्स-एनएसजी) में सहायक कमांडेंट है। बता दें, जांबाज सर्वेश कुमार सीतामढ़ी जिला के सुरसंड प्रखंड के राधाउर गांव के निवासी हैं। उनके पिता स्व. जिनिस साह एसडीओ थे।

31 खूंखार नक्सलियों को मार गिराने वाले ऑपरेशन का नेतृत्व
बताया गया है कि उन्हें (सुमन) यह पदक छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित कोरागुटा पहाड़ी क्षेत्र में 24 दिन तक चले विशेष नक्सल-विरोधी गतिविधियों के सफल नेतृत्व के लिए दिया गया है। इस अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने 31 खूंखार नक्सलियों को मार गिराया था। ढ़ेर नक्सलियों में 16 महिला और 15 पुरुष शामिल थे।
इसके अलावा मौके से भारी मात्रा में हथियार, गोला और बारुद बरामद करने के साथ गुप्त ठिकाने को भी नष्ट कर दिया गया था। अभियान से नक्सल नेटवर्क को बड़ा झटका लगने के बाद कई नक्सली आत्मसमर्पण कर दिए थे। सर्वेश सुमन की गिनती सीआरपीएफ के साहसी और दक्ष ऑपरेशनल अधिकारियों में की जाती है।

सर्वेश की झोली में खिताबों की बारिश
सर्वेश की झोली में अबतक कई खिताब आ चुके हैं। फरवरी- 2025 में उन्हें कोबरा स्कूल ऑफ जंगल वारफेयर टैक्टिक्स, बेलगाम (कर्नाटक) में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक की ओर से ‘बेस्ट ऑफिसर कमांडो गोल्ड मेडल’ से सम्मानित किया गया था। उन्होंने सिर्फ सुरक्षा अभियानों में ही नहीं, बल्कि खेल जगत में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। वे ऑल इंडिया पुलिस गेम्स में एक सिल्वर और चार ब्रॉन्ज मेडल जीतकर एनएसजी का मान बढ़ा चुके है। उनके इस योगदान के लिए उन्हें ‘डीजी एनएसजी डिस्क अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया था।इसके अलावा मौके से भारी मात्रा में हथियार, गोला और बारुद बरामद करने के साथ गुप्त ठिकाने को भी नष्ट कर दिया गया था। अभियान से नक्सल नेटवर्क को बड़ा झटका लगने के बाद कई नक्सली आत्मसमर्पण कर दिए थे। सर्वेश सुमन की गिनती सीआरपीएफ के साहसी और दक्ष ऑपरेशनल अधिकारियों में की जाती है।

सर्वेश की झोली में खिताबों की बारिश
सर्वेश की झोली में अबतक कई खिताब आ चुके हैं। फरवरी- 2025 में उन्हें कोबरा स्कूल ऑफ जंगल वारफेयर टैक्टिक्स, बेलगाम (कर्नाटक) में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक की ओर से ‘बेस्ट ऑफिसर कमांडो गोल्ड मेडल’ से सम्मानित किया गया था। उन्होंने सिर्फ सुरक्षा अभियानों में ही नहीं, बल्कि खेल जगत में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। वे ऑल इंडिया पुलिस गेम्स में एक सिल्वर और चार ब्रॉन्ज मेडल जीतकर एनएसजी का मान बढ़ा चुके है। उनके इस योगदान के लिए उन्हें ‘डीजी एनएसजी डिस्क अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया था।
सर्वेश कुमार सुमन राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) में सात वर्षों तक सेवा दे चुके हैं। उन्होंने देश के कई शीर्ष नेताओं जैसे पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, आंध्र प्रदेश, असम और पंजाब के मुख्यमंत्रियों को ‘जेड प्लस सुरक्षा’ प्रदान करने की जिम्मेदारी बखूबी निभा चुके हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय जवाहरनगर, सुतिहारा, सीतामढ़ी से, जबकि मैट्रिक जवाहर नवोदय विद्यालय, सीतामढ़ी से किए थे। वे किरोड़ीमल कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक और जेएनयू से स्नातकोत्तर किए हुए है। उनकी ताजा उपलब्धि गांव समेत प्रखंड और जिले के लिए गौरव की बात है।

K k sanjay
Author: K k sanjay

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